संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

महादलित अधिकार यात्रा की शुरुआत

बिहार के पटना शहर से 3 फरवरी को  महादलित अधिकार यात्रा रथ को पद्मश्री सुधा वर्गीज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके पहले कारितास इंडिया और फोरम फोर सोशल इन्यिशिएटिव के संयुक्त तत्वावधान में महादलित अधिकार यात्रा में शामिल होने वालों को संक्षिप्त जानकारी सेवा केन्द्र, कुर्जी में दी गयी। आलोक कुमार की रिपोर्ट;

इस अवसर पर अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष सुधा वर्गीज ने कहा कि महादलित वर्ग के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता व सामाजिक योजनाओं के बारे में जानकारी देना है। समाज के किनारे रहने वाले लोगों को योजनाओं से लाभ उठाने लायक बनाना है। इसके लिए महादलितों को जागरूक करना ही होगा।महादलितों को संवैधानिक अधिकार और जो योजनाओं को महादलितों के नाम से बनाया गया है। उन योजनों को महादलितों तक पहुंचना और उसमें शतप्रतिशत वृद्वि लाना बहुत ही जरूरी है। आप लोगों की यह यात्रा मंगलमय और  मील का पत्थर साबित हो, इसकी शुभकामनाएं देती हूं।

सेवा केन्द्र के निदेशक फादर अमल राज एस ने कहा कि विकास के बदलते परिवेश में आज भी महादलित समुदाय राष्ट्र के मुख्य धारा से वंचित हैे। इस यात्रा में शामिल दल व क्षेत्रीय कार्यक्रताओं का मनोबल बढ़ाया। यह कहा कि यात्रा के माध्यम से लोगों के बीच में जागरूकता किया जा सकता है। ताकि योजनाओं से लाभ से वंचित लोग अपना हक और अधिकार को प्राप्त कर सके। इसके लिए लोगों को आगे आने का आह्वान किया। मौके पर कारितास इंडिया के गिरिश पीटन ने आशा व्यक्त किया कि इस तरह के आयोजनों से  महादलित वर्ग में एक नई चेतना लाएगी, ताकि उनकी पहचान व सम्मान सथापित हो सके। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मि. अषोक सिन्हा ने कहा कि यात्रा के माध्यम से महादलित मांग पत्र को तैयार कर केन्द्र व राज्य सरकार तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने महादलित रिर्पोट कार्ड की भी चर्चा की ।

दीपशिखा ने यात्रा के दौरान मांग पक्ष को बढ़ाने की बात रखनेकी बात कही ताकि महादलित वर्ग के लोंग आगे बढ़कर अपने हक अधिकार को मांग सके।

बिहार के 15 जिलों के 45 ब्लॉक के 225 गांव में जाएगी। गांव में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विभिन्न तरह की सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। महादलित अधिकार यात्रा की जानकारी और मुख्य उद्देश्य के बारे में बताया जाएगा।महादलित वर्ग को सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में समाज के मुख्य धारा में लाना, महादलित वर्ग की पहचान एवं सम्मान को बढ़ावा देना, महादलित वर्ग के बीच सरकारी कार्यक्रमों, स्किमों व हक/अधिकार के प्रवधानों की जानकारी देना और उनके बीच मांग पक्ष को बढ़ावा देना, महादलित वर्ग के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता व सामाजिक कुरितियों के संबंध में जागरूक करना,  महादलित के हक / अधिकार की पहुंच में वृद्वि लाना इत्यादि है।

यात्रा के दौरान राजनैतिक प्रतिनिधि, सरकारी पदाधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों, सेवा प्रददाताओं से संपर्क किया जाएगा । यात्रा के दौरान सर्वे के माध्यम से महादलित रिर्पोट कार्ड तैयार किया जाएगा। इस अपेक्षाओं एवं मांग प्रपत्र को पुनः 21.2.2015 को यात्रा के समापन के अवसर पर बिहार राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तृत किया जाएगा। महादलित वर्ग के मॉंगों को भलीभॅंाति ऊंचे अधिकारियों तक पहंचाकर एवं उनकी पुर्ति कराकर इस समाज के अत्यंत पिछड़े वर्ग को अत्यधिक लाभ दिलाने का प्रयास होगा। यात्रा के दौरान 20 हजार महादलित परिवारों तक पहुंच कर  उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का समुचित प्रयास इस यात्रा से संभव हो पाएगा।
   आलोक कुमार                  
               

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