संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

28 दिनों से दिल्ली में अनशन पर बैठे तमिलनाडु के किसानों ने PMO के बाहर कपड़े उतार किया प्रदर्शन

नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले 28 दिनों से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों का सब्र आज 4 अप्रेल2017 को जवाब दे गया। पीएम मोदी से मुलाकात ना हो पाने से नाराज किसानों ने पीएम ऑफिस के पास कपडे उतारकर प्रदर्शन किया।

स्थिति बिगडती देख अधिकारी 7 किसानों को पीएमओ के अंदर ले गए। वहां किसानों ने उन्हें एक अधिकारी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा और वापस चले गए। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि पीएम मोदी ने मिलने से इंकार कर दिया, इस लिए हमें यह कदम उठाना पडा। हमारे राज्य की दयनीय स्थिति को देखिए। हम यहां पीएम से ही मिलने आए थे, लेकिन उन्होंने मिलने नहीं दिया।
हमारे पास और कोई चारा नहीं था।

क्या है तमिलनाडु के किसानों की मांगे


पिछले 28 दिनों से दिल्ली में धराना प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों की मांग है कि राष्ट्रीय बैंकों से उनका कर्जा माफ कराया जाए। साथ ही उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने का इंतजाम भी किया जाए।

इसके अलावा ये किसान 40,000 करोड के सूखा राहत पैकेज और कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठन की मांग कर रहे हैं।

पिछले 28 दिनों से दिल्ली में कर रहे हैं धरना प्रदर्शन

तमिलनाडु के कावेरी बेसिन के सूखा-पीडित किसान पिछले 28 दिनों से इंसानी खोपडियों के साथ दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका दावा है कि ये खोपडियां उन किसानों की हैं जिन्होंने कर्ज में फंस कर आत्महत्या कर ली या भूख ने जिनकी जान ले ली।

भारी पड़ रही भूख हड़ताल 

करीब 25 किसान अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनमें से 3 की तबीयत बिगड़ गई है. आंदोलनकारियों किसानों का कहना है कि अगर सरकार अब भी उनकी मांगें नहीं मानती है तो वो सिर मुंडाकर और आधी मूंछ बनवाकर विरोध जताएंगे.


क्या चाहते हैं किसान?

तमिलनाडु के किसान इन दिनों भयंकर सूखे का सामना कर रहे हैं. दक्षिण-पश्चिमी मानसून और पूर्वोत्तर मानसून सामान्य से 60 फीसदी बरसा है. ऐसे में कर्ज का बोझ उनकी जिंदगी को और कठिन बना रहा है. किसानों का आरोप है कि आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. वो कर्ज माफी के साथ राहत पैकेज की भी मांग कर रहे हैं. दूसरी ओर, मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को किसानों का कर्ज माफ करने का निर्देश दिया है.

समर्थन में जुटे सियासत और सिनेमा के सितारे

वहीं, जंतर-मंतर पर किसानों के समर्थन में कई नेता और दक्षिण भारतीय सिनेमा के सितारे पहुंचे हैं. राहुल गांधी के अलावा मणिशंकर अय्यर और डीएमके सांसद कनिमोझी किसानों से मिल चुकी हैं. भारतीय किसान यूनियन ने भी इस आंदोलन के समर्थन का ऐलान किया है.

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