भोपाल: जेल में बंद डॉ सुनीलम का उपवास शुरू
किसान संगठन और मानवाधिकार संगठनों ने किसान नेता डा सुनीलम की जेल में हत्या की आशंका जताते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से गुहार लगाईं है । सुनीलम से जेल में मिलकर लौटे किसान मंच ,किसान संघर्ष समिति ,एनएपीएम और जन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 23 नवम्बर को यह जानकारी दी । किसान नेता विनोद सिंह ने कहा -सुनीलम ने शुक्रवार को जेल में बताया कि उनका उत्पीडन किया जा रहा है और अप्रत्यक्ष ढंग से हत्या की धमकी दे दी गई है । जेल के एक अफसर ने साफ़ कह दिया है कि अनशन बंद नहीं किया तो इंजेक्शन देकर ठंढा कर दिया जाएगा इसे लेकर किसान मंच और पीयूसीएल ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से दखल देने की अपील की है ।
पीयूसीएल के राष्ट्रीय सचिव चितरंजन सिंह ने कहा -यह बहुत गंभीर मामला है । पहले सुनीलम को राजनैतिक वजहों से फंसाया गया और अब उनकी हत्या की आशंका है । इस बीच समाजवादी पार्टी ने इसे काफी संवेदनशील मामला बताते हुए इसे सुनीलम का मानसिक उत्पीडन बताया है । पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा -इस घटना से साफ़ है कि मध्य प्रदेश सरकार को लोकतंत्र में अब को भरोसा नहीं रह गया है ।इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच कराई जनि चाहिए ।
घटना का ब्यौरा देते हुए विनोद सिंह ने कहा – यह विवाद एक कैदी अनीस युसूफ को बुरी तरह मारे जाने के विरोध में सुनीलम के अनशन पर बैठने पर शुरू हुआ । इस कैदी को इतना पीटा गया कि वह अधमरा हो गया । इस घटना के विरोध में सुनीलम ने अनशन शुरू किया तो उन्हें भी धमकाया गया । जेल में कायदों की अनदेखी पर सुनीलम ने पहले भी विरोध कर चुके थे । उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को जेल की बदहाली और बंदियों के उत्पीडन को लेकर जो पत्र लिखा उसे जेलर नी यह कहकर रख लिया कि वे पहुंचा दिया जाएगा । सुनीलम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे है और मुलायम सिंह अपने कार्यकर्ताओं की मुसीबत के समय मदद करते आए है इसी वजह से उन्हें भी पत्र लिखा था । उन्हें न कोई पत्र या अख़बार दिया जाता है और न समाचार सुनने की व्यवस्था है । सुनीलम ने हिन्दू और जनसत्ता अख़बार पढने के लिए माँगा था पर जेल प्रशासन ने मना कर दिया दिया । जब उन्होंने जेल मैनुवल माँगा तो उसे भी देने से इंकार कर दिया गया । फिर एक कैदी अनीस युसूफ को किसी बात पर नाराज होकर कांस्टेबुल सुनील पाठक ने बेल्ट से मार मार कर अधमरा कर दिया ।इसपर सुनीलम ने विरोध जताया और अनशन शुरू कर दिया । अनशन के चलते जेल प्रशासन ने सुनीलम से मिलने पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया था । पर कल किसान संगठनों के लोगों को मुलाकात की इजाजत मिल गई । पर जेल में हालत बहुत ख़राब है । इसे लेकर शुक्रवार को वहां प्रदर्शन भी हुआ ।
इस बीच सुनीलम की रिहाई के लिए 25 नवम्बर को बांग्लादेस भारत-पाकिस्तान पीपल्स फोरम ने बैठक बुलाई है ।सामाजिक कार्यकर्त्ता एके अरुण के मुतानिक 26 को कई सांसद भी धरना पर भी देने वाले है ।इनमे शरद यादव,देवब्रत विस्वास, मोहन जेना,कैप्टन निषाद धनञ्जय सिंह ,मुन्नवर सलीम, राम विलास पासवान, भक्त चरण दास,आदि के अलावा जस्टिस राजिंदर सचर ,डा बीडी शर्मा, चितरंजन सिंह, कविता श्रीवास्तव,,राजीव भृगु कुमार रंजन, अनिल चौधरी के साथ जन संगठन युवा भारत,किसान संघर्ष समिति,भारत मुक्ति मोर्चा,आदि शामिल हैं।दूसरी तरफ सोश्लिष्ट फ्रंट के अध्यक्ष विजय प्रताप सुनीलम के मुद्दे को समाजवादी संगठनों के अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी उठाने जा रहे है
साभार: जनादेश