पेंच-अदानी परियोजना रद्द करने की मांग को लेकर किसानों ने विधानसभा पर प्रदर्शन कर गिरतारियां दीं
24 नवंबर को म. प्र. विधानसभा के समक्ष किसान संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदेश भर से आये किसानों ने ‘बिजली कटौती बंद करो’, ‘खाद की कालाबाजारी बन्द करो’, ‘भू-अर्जन कार्यवाही बन्द करो’, ‘पेंच-अदानी परियोजना रद्द करो’, ‘जमीन हमारी आपकी, नहीं किसी के बाप की’ के नारे लगाते हुए शाहजहांनी पार्क से जुलूस निकाल कर विधानसभा पर प्रदर्शन किया।
लिली टॉकीज से आगे बढ़ने का प्रयास करने पर किसानों को गिरतार करने की घोषणा ए.डी.एम. द्वारा की गई, सैकड़ों किसानों को गिरतार किया गया एवं उन्हें शाम को रिहा किया गया। किसानों के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी को विधानसभा में जाकर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल के साथ विधायक श्री पारस सकलेचा मौजूद थे। श्री रोहाणी ने प्रतिनिधिमंडल के साथ आधे घंटे चर्चा की। चर्चा के समय जल संसाधन मंत्रालय का प्रभार देख रहे श्री अजय विश्नोई भी मौजूद थे। किसानों द्वारा डॉ. सुनीलम् पर हमले एवं हाल ही के दौरे के समय छह गुंडों की गिरतारी को लेकर श्री रोहाणी ने कहा कि मध्यप्रदेश में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वितावश हिंसा की कोई परंपरा नहीं रही है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि विषय की गंभीरता को देखते हुए वे इस संबंध में सदन में चर्चा कराने का निर्णय लेंगे। श्री सकलेचा ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि उन्होंने पेंच-अदानी परियोजना को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव/नोटिस विधानसभा में लगाया है।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात का समय नहीं दिया। अतएव मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधानसभा कार्यालय में उनके निजी सचिव को सौंपा गया।
किसानों ने ऐलान किया है कि किसान मंच सहित देश के विभिन्न किसान संगठन छिंदवाड़ा में ‘घेरा डालो- डेरा डालो’ आन्दोलन करेंगे। पूर्व विधायक डा. सुनीलम, आराधना भार्गव के अलावा प्रदर्शनकारियों को कटनी के डॉ. खान, मुलताई के जगदीश दोड़के, छिंदवाड़ा के बलराम पटेल, छींगा वर्मा, कृष्णा ठाकरे ने भी सम्बोधित किया। -आराधना भार्गव