नयी राजधानी के लिए विस्थापन स्वीकार्य नहीं : किसानों की महापंचायत, लाठी चार्ज एवं गिरफ्तारी
इस परियोजना के विरोध में 24 सितम्बर 2011 को रायपुर के नेताजी सुभाष स्टेडियम में किसान कल्याण समिति के बैनर के तले एक महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में 27 गांवों के प्रभावित किसानों ने अपनी बातों को रखा। महापंचायत में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री व सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने विकास के नाम पर किसानों को उजाड़ने का विरोध करते हुए कहा कि यहां के लोगों ने छत्तीगढ़ की मिट्टी को बचाने का काम किया है जबकि देश भर में सरकार भूमि घोटाले कर अरबों रूपये कमा रही है। भ्रष्टाचार-अत्याचार, सरकार के पास दो काम रह गये है। किसानों से बर्बरता पूर्वक जमीनें छीनकर बड़े-बड़े उद्योगपतियों को बेची जा रही हैं।