रमन सरकार ने की डीबी (दैनिक भास्कर ) पाॅवर लिमिटेड के लिए आदिवासियों को उजाड़ने की तैयारी
छत्तीसगढ़ के खरसिया में डीबी पाॅवर लिमिटेड के रेल लाईन निर्माण के लिए 68 खातेदारों की कुल 45.87 एकड़ भूमि का भू-अर्जन किया जाना है जिसके लिए 29 जून को खरसिया विकासखण्ड के ग्राम कुनकुनी मे जनसुनवाई किया जाना प्रस्तावित है .
जिसके लिए पाॅवर प्लांट के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा नियम कानूनों को ताक में रखकर बंद कमरे में जनसुनवाई करने की तैयारी की जा रही है।
29 जून को होने वाले जनसुनवाई के संबंध में प्रभावित किसानो तथा ग्रामवासियों से चर्चा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि जनसुनवाई के पोस्टर लगाने के बाद उन पोस्टरों के फोटो लेकर उन्हे वापस निकाल दिया गया ताकि लोग पढ न पायें
गांव में अभी तक कोई मुनादी नही कराई गई है जिससे ग्रामवासियो ंमें इस प्रस्तावित जनसुनवाई को लेकर अनेक भ्रांतियां है ,ज्यादातर लोगों को मालुम नही है .
कुनकुनी के एक ग्रामीण ने बताया कि तहसील कार्यालय की नोटिस गांव में चस्पा किये जाने की जानकारी ग्राम चैकीदार के माध्यम से मिली है,
ग्राम वासियों के द्वारा जनसुनवाई में अपना विरोध दर्ज कराया जायेगा.
सूत्रों की माने तो कंपनी की माली हालत बहुत ही खराब है और जनमानस में चर्चा है कि उक्त कंपनी बहुत ही जल्द बिकने वाली है जिसके लिये आनन फानन में कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा आमापाली, बासनपाली, फूलबंधिया, खैरपाली, बेंदोझरिया ग्राम में स्थित कंपनी की भूमि का बी वन तथा खसरा अपडेट कर नकल निकाला जा रहा है. जिसके लिये तहसील कार्यालय में आम जनता के काम को छ़ोडकर सिर्फ कंपनी के कार्यों को ही प्राथमिकता दी जा रही है
कंपनी ने गुर्गों के नाम खरीदी है आदिवासी जमीन
सुत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि ड़ीबी पावर के द्वारा अपने एक कर्मचारी सलीम सिकंदर के नाम से क्षेत्र की कई एकड़ आदिवासी जमीनों को खरीदा गया है ,जिसका लाभ किसानों को नही मिलेगा। टुण्ड्री और बाड़ादरहा क्षेत्र में भी उक्त व्यक्ति के नाम से जमीन खरीद ली गयी थी बाद में जिसका भू अर्जन उपरोक्त व्यक्ति के नाम से ही किया गया.
इस संबंध में यह भी जानकारी प्राप्त हुयी हैे कि लगभग चार साल पहले किये गये भू अर्जन के बाद भी आज तक पांच गांवों के पांच व्यक्तियों को भी उक्त कंपनी के द्वारा नौकरी नही दी गयी है।