मारुति सुजुकी दमन और प्रतिरोध का एक साल : 18 जुलाई को चलो मानेसर
विरोध - प्रतिरोध
गुजरी 24 जून को मारुती सुजुकी वर्कर्स युनियन की गुडगांव के हुडा सेक्टर 5 के ग्राउंड में वर्कर्स की आमसभा
हुई जिसमें संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिये रणनीती बनाई गयी। यूनियन ने फैसला लिया कि आने वाली 18 जुलाई को मारुति सुजुकी के दमन और प्रतिरोध का एक साल पुरा होने के मौके पर एक विशाल जनसभा और आईएमटी मानेसर, गुडगांव में धरना आयोजित किया जयेगा।
हुई जिसमें संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिये रणनीती बनाई गयी। यूनियन ने फैसला लिया कि आने वाली 18 जुलाई को मारुति सुजुकी के दमन और प्रतिरोध का एक साल पुरा होने के मौके पर एक विशाल जनसभा और आईएमटी मानेसर, गुडगांव में धरना आयोजित किया जयेगा।
मारुति सुजुकी दमन और प्रतिरोध का एक साल
मारुति में मजदूरों पर दमन: अंधेर नगरी और चमगादड़ों का तिमिर-राग
मारुति में मजदूरों पर दमन: अंधेर नगरी और चमगादड़ों का तिमिर-राग
ध्यान रहे कि 18 जुलाई 2012 को कंपनी मेनेजमेंट के षड्यंत्र के तहत बहुत दुखद घटना के तहत 147 लोगों पर एक जैसी 12 गैर-जमानती और जघन्य अपराध वाली धाराएं लगायी गयी । 66 अन्य मजदूर नेताओं और श्रमिकों पर संगीन आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई। 2,760 लोगों की जीविका को इस एक घटना ने निगल लिया। इनमें 540 स्थायी, 1,800 कांट्रैक्ट और बाकी इंटर्न-अपरेंटिस वर्कर थे। इस लोगों को मारुति प्रबंधन ने किस आधार पर निष्कासित कर दिया है जबकि लोगों को नौकरी से हटाने के पहले ऐसे मामलों में लेबर कोर्ट से अनुमति लेना जरूरी होता है। ऐसे कितने ही सवाल हैं जिनका जवाब प्रबंधन, सरकार या पुलिस देने को तैयार नहीं हैं। कंपनी ने सारा दोष वर्कर्स पर लगाकर मजदूरों को बुरी तरह से फर्जी केसों में फसाया
अब हमने फैसला किया है कि अगर हमारी मांगों का सरकार समाधान नहीं करती है तो हम मानेसर में 18 जुलाई से धरना और प्रदर्शन शुरू कर देगे, फिर चाहे इसके लिये हमें अपनी जान भी क्यों न देनी पड़े।
साथियो हम सभी जनसंगठनों, ट्रेड यूनियन, छात्र-युवा और किसानों से अपील करते हैं कि आप सभी 18 जुलाई 2013 को मानेसर आयें और इस न्याय के संघर्ष में हमारा साथ दें। – मारूति सुजुकी वर्कर्स यूनियन