परमाणु ऊर्जा संयंत्र विरोधी संघर्ष : एक साथी और शहीद
पूरे देश में भूमि अधिग्रहण पर किसानों के गुस्से का सामना कर रही सरकारें और भूमाफिया हरियाणा को आम तौर पर थोड़ा आसान समझते हैं क्योंकि यहां किसान थोड़ा मोलभाव के बाद ऊँचे पर मान जाते हैं। लेकिन फतेहाबाद के मामले में धीरे-धीरे लोग यह समझ गए हैं कि यहां बात मुआवजे से बहुत बड़ी है- यहां सेहत, जिंदगी और पर्यावरण का सवाल है। यह भी कम अजीब संयोग नहीं है कि जब फतेहाबाद में लोग ईश्वर सिंह जी के मृत शरीर के साथ प्रदर्शन कर रहे थे, उस समय सूबे के मुख्यमंत्री निवेश आमंत्रित करने के लिए उसी जापान की यात्रा पर गए हुए थे, जहां हुई फुकुशिमा दुर्घटना ने दुनिया भर में परमाणु-खतरे को लेकर आम लोगों को झकझोर दिया है।