मध्य प्रदेश : हड़ताल पर बैठे बिजली संविदा कर्मचारी की मौत
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 4 दिनों से पूरे प्रदेश के बिजली संविदा कर्मचारी हड़ताल पर बैठे है। उनकी मांग है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 2013 के जनसंकल्प पत्र के अनुसार उन सभी को नियमित किया जाएगा । लंबे समय से संविदा बिजली कर्मचारी इस वादे को पूरा करने की शिवराज सिंह से मांग कर रहे थे। अंत में मजबूर होकर उन्हें हड़ताल पर बैठना पड़ा।
इस भीषण गर्मी में हज़ारों संविदा कर्मचारी अम्बेडकर पार्क में हड़ताल पर बैठे है और भाजपा सरकार द्वारा उनकी कोई सुध नही ली गयी थी ओर आज 20 अप्रैल 2017 इसी के चलते एक संविदा कर्मचारी रामनारायण दीक्षित की भाषण देने के बाद मौत हो गयी।
इस घटना पर प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल ने कहा की यह मौत शिवराज सरकार द्वारा की गयी हत्या है। शिवराज सिंह चौहान को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
म.प्र. में बिजली के क्षेत्र में 2 लाख करोड़ से अधिक के घोटाले हुए है, भ्रष्टाचार के चलते ये घोटाले न हुए होते तो आज इन पैसों से शिवराज सरकार सभी संविदा कर्मचारियों को आसानी से नियमित कर सकती थी।
श्री अग्रवाल ने घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित कर दिया है, 2018 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा ।