बिना पुनर्वास गैरकानूनी डूब मंजूर नहीं : नर्मदा परिक्रमा यात्रा शुरू
नर्मदा घाटी के लोगों द्वारा 13 जुलाई को तीन दिवसिय नर्मदा परिक्रमा यात्रा आरम्भ की गई है. बिना पुनर्वास गैरकानूनी डूब मंजूर नहीं नारे के साथ शुरू हुई यह यात्रा नर्मदा घाटी के कई गांवों से गुजरेगी. मध्य प्रदेश शासन का कहना है की जीरो बेलेंस पुनर्वास है गांव में कोई भी नही रहता जबकि गांव अब भी आबादी से आबाद है. बहुत सारे लोगों को जमीन के बदले जमींन मिलना बाकी है. डेम की हाइट पूरी हो चुकी है बस गेट लगना बाकि है और प्रशासन ने सभी लोगों को कागजो पर बसा दिया है इन सब मुद्दों पर यात्रा जारी है. पवन यादव की टिप्पणी;
नर्मदा सत्याग्रह, जुलाई 30. 10 बजे सुबह राजघाट, बड़वानी मध्य प्रदेश
31 साल से नर्मदा घाटी में नर्मदा बचाओ आंदोलन का संघर्ष चल रहा है जीवन के अधिकार के लिए और नर्मदा घाटी को विनाशकरी बाँधो से विकास के नाम पर ख़त्म करने के ख़िलाफ़ । उस लड़ाई ने पूरे देश में आंदोलनों को एक नयी दिशा दी है, एक नयी सोच दी है । इस एक बाँध के ख़िलाफ़ शुरू हुई लड़ाई ने देश में विकास और विस्थापन को एक राजनैतिक मुद्दा बना दिया है ।
आज संघर्ष के बदौलत कई क़ानून बदले हैं तो कई नीतिमान फ़ैसले न्यायलयों ने भी दिए हैं और इसके बदौलत आज 11000 परिवारों को पहली बार एक सुचारू पुनर्वास और पुनर्स्थापन, इतने बड़े पैमाने पर, देश के किसी भी परियोजना में मिला है । लेकिन आज भी नर्मदा घाटी में 40,000 परिवार, लगभग दो लाख लोग सरदार सरोवर के डूब के क्षेत्र में रह रहे हैं।
नर्मदा बचाओ आंदोलन आज भी इस अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ रहा है, खड़ा है पूरे हौसले के साथ । नर्मदा के लोगों ने ठाना है किसी भी क़ीमत पर नर्मदा घाटी को नहीं डूबने देंगे । इस मॉन्सून जब बारिश में नर्मदा में डूब आएगी तो घाटी के लोगों ने कमर बाँध ली है, डूब से टक्कर लेने की । उन्हें विस्वास है अपने संघर्ष पर, अपने सत्य पर और इसी आग्रह के साथ, 30 जुलाई से नर्मदा सत्याग्रह शुरू होगा, नर्मदा किनारे, राजघाट, बड़वानी, मध्य प्रदेश में ।
क्या इस अन्याय को हम चुप चाप सहेंगे ?
क्या हम एक घाटी, एक संस्कृति की हत्या होने देंगे ?
नहीं ! नहीं ! नहीं !
इसलिए देश – विदेश से हज़ारों युवाओं, महिलाओं, पुरुषों, विभिन्न जन आंदोलनों के साथियों ने तय किया है, वह नर्मदा बचाओ आंदोलन के साथ इस डूब से टक्कर लेंगे । हज़ारों लोग जमा हो रहे हैं ।
क्या आप भी शामिल होंगे ? आइए ! जुड़िए ! नर्मदा सत्याग्रह से ! 30 जुलाई, बड़वानी, मध्य प्रदेश
आप सभी साथी 29 जुलाई दोपहर 12 बजे इंदौर रेल्वे स्टेशन प्लैट्फ़ॉर्म 1 पर पहुँचे, वहाँ से एक साथ निकलेंगे नर्मदा घाटी की ओर। रास्ते में गाँव गाँव में सभाएँ और रात्रि विश्राम।
अगले दिन 30 जुलाई सुबह 10 बजे राजघाट, बड़वानी नर्मदा सत्याग्रह में शामिल होंगे । अपने आने की पूर्व जानकारी हमें भेजें नीचे लिखे email और नम्बर पर ।
अगर आप 29 को नहीं को पहुँच सकते तो 30 जुलाई सुबह दस बजे सीधे बड़वानी पहुँचे पहुँचे । बड़वानी तीन घंटे इंदौर से बस के द्वारा, 2 घंटे जुलवानिया से (मुंबई – इंदौर हाइवे पर), 5 घंटे खंडवा से है ।
नर्मदा के साथी / सहयोगी । friendsofnarmada@gmail.com | nba.badwani@gmail.com
विमलभाई (दिल्ली) – 9718479517, शबनम (दिल्ली)- 9971058735, संजीव कुमार (दिल्ली) 9958797409 राहुल यादव – 9979617513, चेतन सालवे- 9420375730/ लतिका 9420151384, योगिनी 9423944390, (महाराष्ट्र), परवीन जहांगिर, (मुंबई) – 9820636335, सुनीति (पुणे)- 9423571784, शाम पाटील ,धुळे – 9423496020, प्रमोद बागडी (इंदौर) –9827021000