संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

मजदूर दिवस पर श्रम आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन

एक मई ‘मजदूर दिवस’ के अवसर पर राजस्थान निर्माण एवं जनरल मजदूर यूनियन, राजस्थान महिला कामगार यूनियन व राजस्थान जनसंघर्ष मोर्चा की ओर से मजदूर दिवस को ‘मजदूर अधिकार दिवस’ के रूप में मनाते हुए श्रम आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन आयोजित किया गया। प्रदर्शन से पूर्व सैकड़ों महिला-पुरुष मजदूर एन.बी.सी. फैक्ट्री के सामने इकट्ठे हुए, रैली के बाद गेट पर सभा आयोजित की गई।

सभा को राज. निर्माण एवं जनरल मजदूर यूनियन के प्रदेश महामंत्री हरकेश बुगालिया ने संबोधित करते हुए कहा कि आज मजदूरों के लिए ऐतिहासिक दिन हैं। इसलिए इस दिन को हम सभी मेहनतकश लोग अपने महान शहीदों की कुर्बानियों को याद करते हुए अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो अधिकार मजदूरों ने अपनी शहादतों व संघर्षों के बल पर प्राप्त किये थे। आज ये पूंजीवादी सरकारें उनको खत्म करने पर तुली है। लेकिन हम मेहनतकश लोग ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे।
सभा को राज. महिला कामगार यूनियन के सचिव मेवा भारती, मजदूर यूनियन के फौजी, जिला जयपुर अध्यक्ष बजरंग बैरवा, उपाध्यक्ष गोपी फलासिया, जनसंघर्ष मोर्चा के जयप्रकाश आदि ने भी संबोधित किया।
सभा के बाद दस सूत्री मांगों का ज्ञापन श्रम आयुक्त के नाम सौंपा गया।
मांगें-
  • निर्माण मजदूरों के कल्याण कोष को मजदूरों को राहत देने के लिए खर्च किया जाये। श्रीमान मुख्यमंत्री द्वारा मजदूरों को साईकिल देने की घोषणा को शीघ्र लागू किया जाये।
  • श्रम विभाग में मजदूरों का शीघ्र काम हो इसलिए नये कर्मचारियों व लेबर इंस्पेक्टरों की भर्ती की जाये।
  • बकाया मजदूरी के भुगतान व दुर्घटना में मुआवजा दिलवाने की शीघ्र व्यवस्था की जाये।
  • सभी मजदूरों को 5 हजार रुपये मासिक पेंशन दी जाये।
  • असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की मकान संबंधित समस्याओं का समाधान करने हेतु शीघ्र ही जिला स्तर पर प्रशासनिक कमेटी बनाई जाये।
  • महंगाई के आधार पर न्यूनतम मजदूरी की दर बढ़ाई जाये।
  • घरेलू कामगार महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा योजना लागू की जाये व स्वास्थ्य कार्ड जारी किये जायें।
  • सभी निर्माण मजदूरों व घरेलू कामगार महिलाओं को राशनकार्ड दिलवाये जायें।
  • सभी लेबर ठेकेदारों की बकाया मजदूरी दिलवाने की व्यवस्था की जाये। कई बड़े ठेकेदार, मालिक व बिल्डर इनकी मजदूरी रोक लेते हैं जिससे मजदूरों का समय पर भुगतान नहीं हो पाता है।
  • कार्य क्षेत्र के आधार पर निर्माण मजदूरों व घरेलू कामगार  महिलाओं को मकान सस्ते लोन पर उपलब्ध करवाये जायें। – हरकेश बुगालिया 

इसको भी देख सकते है