बिजली का बिल न भरने पर पंचायत चुनाव लड़ने से रोका जाना असंवैधानिक – डॉ. सुनीलम
मध्य प्रदेश के मुलताई में किसान संघर्ष समिति द्वारा की जा रही किसान अधिकार यात्रा मोरखा, छिंदी, मथनी, जौलखेडा, एनस, वलनी, जामबाड़ी, धरणी पहुची. विभिन्न गाँव में नुक्कड़ सभाओ को संबोधित करते हुए डॉ. सुनीलम ने कहा कि बिजली के बिल को पंचायत चुनाव से जोड़ना ग्रामवासियों के साथ भेदभाव और ना इंसाफी तो है हीं, पूर्णतया असवैधानिक भी है. डॉ. सुनीलम ने कहा कि जिस भी व्यक्ति का मतदाता सूचि में नाम है, तो उसे चुनाव लड़ने का अधिकार है.
डॉ. सुनीलम ने कहा कि देश में जब संसदीय चुनाव हुए तब जिन लोगो पर बैंक, बिजली, शासकीय बंगलो का लाखो-करोडो रुपया बकाया था उनको भी चुनाव लड़ने से वंचित नहीं किया गया लेकिन आर्थिक तंगी के कारण तथा दो फसले लगातार पिट जाने के कारण पैसे के आभाव में बिजली का बिल न भर पाने के चलते हजारो ग्रामवासी पंचायत चुनाव लड़ने से वंचित किए जा रहे है. डॉ. सुनीलम ने कहा कि एक तरफ लोकतंत्र को मजबूत करने की बात की जाती है जिसमे बिल न भरने वाले को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है दूसरी तरफ भारत की संसद में 543 सांसदों में से 472 सांसद एसे है जिनकी कुल सम्पति 14.5 करोड़ से अधिक है. अर्थात लोकतंत्र करोड़पति पूंजीपतियों के हाथ में सिमटता जा रहा है.
डॉ. सुनीलम ने कहा कि पंचयत चुनाव में किसान संघर्ष समिति हस्तक्षेप नहीं कर रही है. लेकिन हमारी अपील है कि शराब पिने वाले और शराब बाटने वाले, पैसा बाटने वाले तथा जाती चलाने वाले उम्मीदवारों को चुनाव हराया जाना चाहिए.
डॉ. सुनीलम ने कहा कि पंचायत चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को हराया जाना जरुरी है क्योकि वे केंद्र और राज्य सरकार के नेताओ और मंत्रीओ की आड़ में पद का दुरूपयोग तथा भ्रष्टाचार करते है. डॉ. सुनीलम ने किसान आन्दोलन का समर्थन करने वाले उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की. डॉ. सुनीलम ने कहा की वे छिंदी गए थे जहा देड महिने से 3 ट्रांसफार्मर ख़राब पड़े है. उन्होंने बताया कि वलनी में पिने का पानी का संकट है. 3-3 किलोमीटर से भी पिने का पानी ग्रामवासियों को उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जबकि एक साल से ग्रामवासियों द्वारा पीएचई विभाग को 70 हजार रूपये ग्रामवासियों ने पाइप लाइन के लिए जमा किया हुआ है. एनस के ग्रामवासियों ने एनस डेम में कम पानी की शिकायत करते हुए डॉ. सुनीलम से बांध की उचाई बढ़ाने की मांग कि. डॉ सुनीलम ने कहा कि आजादी के बाद से ही किसानो के साथ भेदभाव किया जा रहा है जिसे समाप्त करने के लिए किसानो को संगठित होने की जरुरत है.
डॉ. सुनीलम ने प्रशासन को बिना की झंझट के है स्कुल ग्राउंड की श्रद्धांजलि सम्मलेन के लिए अनुमति प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया. डॉ. सुनीलम ने बताया कि आगामी 7 जनवरी को बिरुल बाजार में, 10 जनवरी को जौलखेडा मेंतथा 11 जनवरी को परमंडल में एक शाम शहीदों के नाम सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए है. जिसमे भारत बांग्लादेश पाकिस्तान पीपुल्स फोरम की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संयोजक रीता चक्रवर्ती, मंडला की निशा सिंह तथा अन्य कलाकार प्रस्तुति देंगे. डॉ. सुनीलम ने बताया कि 11 जनवरी को लक्ष्मी भवन में प्रदेश भर से आये किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओ का सम्मलेन आयोजित किया गया है. शाम 6 बजे किसान संघर्ष समिति कार्यालय से किसान सतंभ बस स्टेंड तक शहीदों की स्मृति में मशाल जुलुस निकला जायेगा.
किसान अधिकार यात्रा में संतोष राव बारस्कर, राधे कसारे, महेंद्र आठ्या, सुमन बाई कसारे, रितेश पवार, रग्घु कोडले कुलदीप पहाड़े शामिल रहे.
डॉ. सुनीलम
पूर्व विधायक एवं कार्यकारी अध्यक्ष
मोबा. 9425109770