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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
नगड़ी के युवाओं कि क्या गलती है?
31 अक्टूबर के झारखंड हाईकोर्ट के इस बयान के बाद कि नगड़ी में निर्माण कार्य जारी रखने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल की तैनाती हो, प्रशासन ने भी नगड़ी आंदोलनकारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पेश हैं रांची से अतुल आनंद की यह रिपोर्ट;
अन्यायपूर्ण भूमि-अधिग्रहण के खिलाफ नगड़ीवासियों के सत्याग्रह से झारखंड सरकार इतनी भयभीत हो गयी है कि उनके मनोबल…
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दयामनी की हिरासत बड़ी, नगड़ी में पुलिस के साए तले निर्माण का अदालती फरमान जारी
नगड़ी मामला: कड़ी सुरक्षा में करायें निर्माण
(प्रभात खबर) झारखंड हाइकोर्ट ने सरकार से कहा है कि नगड़ी में…
दयामनी बारला: कब होगा न्याय ?
दयामनी बारला मामले में आज रांची के मजिस्ट्रेड कोर्ट में सुनवाई के बाद उनकी जमानत याचिका को खरिज कर दिया गया है…
दयामनी बारला के समर्थन में राजभवन पर प्रदर्शन
यह विडियो सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला है जो इन दिनों न्यायिक हिरासत में रांची जेल में हैं। उन्होंने गुज़री 16 अक्टूबर को छह साल पुराने मामले में आत्मसमर्पण किया था। यह मामला मनरेगा से जुड़े गड़बड़झाले के ख़िलाफ़ उनकी अगुवाई में हुए प्रदर्शन को लेकर दर्ज़ किया गया था। 18 अक्टूबर को कोर्ट से बेल भी मिल गई परंतु वो जेल से बहार नहीं आ पाई. जब…
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गोरखपुर: किसानों का एलान, जान देगें- जमीन नहीं
भूमि अधिग्रहण का विरोध : पैदल मार्च कर किसानों ने गीडा कार्यालय में जड़ा ताला
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के गीडा…
धिनकिया ग्रामसभा: पॅास्को के खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित
पॉस्को स्टील प्लांट के विरोध में ग्राम सभाएं खुलकर सामने आने लगी हैं । हाल ही में धिनकिया ग्राम सभा ने सर्वसम्मति…
खेती की ज़मीन का अधिग्रहण जन विरोधी काम
करछना (इलाहाबाद) में जेपी पावर प्लांट प्रस्तावित है। इसके लिए 2010 में 22 सौ बीघा ज़मीन अधिग्रहीत की गयी। सरकार ने ज़मीन का मुआवज़ा बाज़ार दर से दस गुना कम तय किया- कुल तीन लाख रूपये प्रति बीघा जबकि तब ज़मीन का बाज़ार भाव था 30 लाख रूपये प्रति बीघा। इस मुद्दे पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा दूसरे संगठनों के साथ मिल कर संघर्षरत है। इस अन्याय के…
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राजस्थान में भूमि अधिग्रहण के विरोध में पहुंचे पूर्व-सेनाध्यक्ष वी.के.सिंह
21 अक्टूबर को राजस्थान के नवलगढ़ में चल रहे सीमेंट प्लांट-विरोधी आंदोलन को समर्थन देने दिल्ली से पूर्व…
हमको दयामनी बरला से क्या काम ?
हमको दयामनी बरला से क्या काम ?
अब बड़ा खतरा है दायमनी बरला होने में
अब आदिवासी होने में खतरा है
अब गाँव में रहने…
दयामनी बारला : फौलादी इरादों वाली भारतीय महिला
दयामनी बारला को आज जमानत मिल गई है इस मोके पर हमें जश्न मनाने से ज्यादा इस बात पर गौर करना चाहिए कि सामाजिक कार्यकर्ताओं, मनावाधिकर्मियों और दुसरे संघर्षशील साथियों को फर्जी मुकदमों में फ़साये जाने का ये सिलसिला और दमन चक्र कैसे रुके. क्योंकि मामला किसी एक दयामनी का नहीं है... उन्हें छह साल पुराने मामले में उन्होंने गुज़री 16 अक्टूबर को आत्मसमर्पण…
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