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उत्तराखंड में चल रहे संघर्षो की दास्तान
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 32 कि.मी. दूर छारबा गांव में कोकाकोला संयंत्र लगाने की अनुमति देकर राज्य सरकार ने न केवल ग्रामीणों की अनदेखी की है, बल्कि पानी की कमी से जूझते उत्तराखंड को नई मुसीबत में डाल दिया है। इस परियोजना की वास्तविकता की जांच करने सुरेश भाई के नेतृत्व में गए दल की रिपोर्ट…
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उत्तराखंड को बचाने की जद्दोजहद
उत्तराखंड को भारत का ''वाटर टैंक'' कहा जाता है और अब वहां 500 से अधिक बांधों के निर्माण की योजना बन रही है। वैसे…
खतरनाक विकिरण के साये में उत्तराखंड
कूडनकुलम और जैतापुर में परमाणु-विरोधी आंदोलन को एक तरफ सरकार अंधविश्वास से प्रेरित, अवैज्ञानिक और विदेशी हाथ से…
पिंडरगंगा घाटी, जिला चमोली, उत्तराखंड में प्रस्तावित देवसारी जलविद्युत परियोजना विरोधी आंदोलन जारी है। राष्ट्रीय नदी गंगा की एकमात्र स्वतंत्र बहती सहायिका पिडंरगंगा पर बांधों की विभीषिका लादने का विरोध जारी है। बांध के विरोध के कारण गढवाल विश्वविद्यालय के अध्यापकों ने झूठ बोलकर सर्वे किये।…
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जल विद्युत परियोजनाओं के विरुद्ध संघंर्ष जारी, प्रदर्शन कर आन्दोलनकारियों की…
उच्च न्यायालय के फैसले से मिला संबल
अन्ततः उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने टिहरी जिले की घनशाली तहसील में भिलंगना…
पॉवर प्लांट से विस्थापित एक गांव की कहानी
मुआवजा मिल गया, खर्च भी हो गया अब क्या करें ?
टिहरी गढ़वाल जनपद के मुनेठ गांव की हकीकत विस्थापन की त्रासदी और…