संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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मध्य प्रदेश

भू-अधिग्रहण अध्यादेश और पेंच व्यपवर्धन परियोजना में जबरदस्ती से जारी भू-अधिग्रहण के खिलाफ किसान महापंचायत; 16 जून 2015

किसान महापंचायत एवं जन सुनवाई 16 जून 2015, 10: 00 बजे स्थान : फब्बारा चोक, छिन्दवाडा मध्यप्रदेश 31 मई 2015 को केन्द्र की एन.डी.ए सरकार ने देशभर में हो रहे भरपूर विरोध के बावजूद तीसरी बार भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को एक बार फिर से जारी कर दिया है। इससे पूर्व इस अध्यादेश को दिनांक 31 दिसम्बर 2014 को व 3 अप्रैल को भी जारी किया गया…
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परमाणु बिजली परियोजना के खिलाफ चुटका में विरोध सभा

जबलपुर (मध्य प्रदेश ) जून 1, 2015 । कल दिनांक 31 मई 2015 को परमाणु बिजली परियोजना के खिलाफ चुटका में हुई स्थानीय…

मध्य प्रदेश सरकार का कारनामा : उधोगों को 1.5 लाख एकड़ सार्वजनिक भूमि का तोफ़ा !

समाजवादी जन परिषद (सजप) के अनुराग मोदी ने 25 मई को जारी एक प्रेस विज्ञप्ती में कहा कि म. प्र.…

रेमण्ड वूलन मिल्स के ठेका मजदूरों ने दिया कलेक्टर को ज्ञापन

मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा जिले के बोरगांव स्थित रेमण्ड वूलन मिल्स के ठेका मजदूरों ने हिन्द मजदूर किसान पंचायत के बैनर तले जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया है जिसमें फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा 20-20 वर्षों से कार्यरत श्रमिकों के भविष्य निधि की आईडी बदलने, ठेकेदारों द्वारा उन्हें 26 कार्य दिवस के स्थान पर मात्र 20 दिन काम देना जैसे गंभीर आरोप लगाये…
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जल सत्याग्रह का 32वां दिन : फिर दिखाईं अतिक्रमित जमीने

आज 12 मई को 32 वें दिन जल सत्याग्रह जारी है, लोगों के पैर गलने लगे , हालत ख़राब होने लगी, पैर लहुलुहान होने लगे , बुखार की शिकायत और अन्य तकलीफे होने लगी लेकिन सरकार की बेरुखी से और असंवेदनशीलता से लोगों में रोष फैलता जा रहा है । दूर दूर से आ कर लोगों ने जल सत्याग्रह को अपना समर्थन व्यक्त किया । वही देश के 100…
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नर्मदा घाटी के सरदार सरोवर के प्रभावित क्षेत्रो में पुनार्वास के दावे खोखले : जाँच…

बडवानी, मई 11, 2015, नर्मदा घाटी में सरदार सरोवर बाँध से विस्थापितों का पूर्ण पुनर्वास (जैसा सरकार ने…

जल सत्याग्रह का 27वां दिन : भोपाल में ओंकारेश्वर बाँध विस्थापितों का प्रदर्शन

आज 7 मई को 27 वें दिन जल सत्याग्रह जारी है, 26वें दिन भोपाल में सैकड़ो ओंकारेश्वर बाँध विस्थापितों द्वारा विशाल…

नर्मदा के संतानों की रूहें !

- जावेद अनीस कई सालों से देश के किसान मुसलसल आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन किसानों के इस देश में यह एक मुद्दा तब बन पाया जब एक किसान का बेटा लुटियंस की दिल्ली में ठीक हुक्मरानों के सामने खुदकशी कर लेता है। इसके बाद देश भर में भूमि अधि‍ग्रहण कानून और किसान आत्महत्या से जुड़े मुद्दे कुछ समय के लिए बहस के केन्द में तो आ जाते हैं लेकिन इसकी…
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