.
मध्य प्रदेश
किसानो के हित मे संघर्ष जारी रहेगा- डॉ. सुनीलम्
किसान संघर्ष समिति
शहीद किसान स्मृति कुटीर
स्टेशन रोड,मुलतापी, बैतूल ( म.प्र.), 460661
किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम् ने प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश द्वारा 18 अक्टूबर 2012 को फैसला दिये जाने के बाद कहा कि मेरे सहित 250 किसानो पर 12 जनवरी 1998 को 66 फर्जी मुकदमे दर्ज किये गये थे, जिनमे से निॅम्न तीन प्रकरणो…
और पढ़े...
जन संसद 2012 में मुलताई का घोषणापत्र
मुलताई में 14 वें शहीद किसान स्मृति सम्मेलन एवं 188 वी किसान महापंचायत के अवसर पर 12 जनवरी 2012 को आयोजित जनसंसद…
किसान संघर्ष समिति: एक परिचय
किसान संघर्ष समिति की स्थापना 25 दिसंबर 1997 को मुलतई तहसील में किसानों द्वारा की गयी। फसलें नष्ट…
जनता की ताक़त के आगे झुकी सरकार
जन सत्याग्रह की जीत हुई। गांधी जयंती के अगले दिन, गुज़री 3 अक्टूबर को ग्वालियर से इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरूआत हुई थी। यात्रा के 26वें दिन, 28 अक्टूबर को एक लाख लोगों के साथ दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम था। नवें दिन, 11 अक्टूबर तक यात्रा में इसकी आधी संख्या जुड़ चुकी थी। इस बढ़ती जन शक्ति के सामने केंद्र सरकार को घुटने टेकने पड़े। यात्रा के…
और पढ़े...
देश को है फिर एक जे पी की जरूरत
आज लोकनायक जय प्रकाश नारायण (जे पी) की 110वीं जयंती है। जे पी के इस जीवन परिचय को जानना जे पी को समझने के लिए…
हरदा जल सत्याग्रह : जितनी मजबूत, उतनी कमजोर सत्ता
जल सत्याग्रह से लोट कर जानेमाने गाँधीवादी सामाजिक कायकर्ता हिमांशु कुमार की टिप्पणी
अभी अभी…
जल सत्याग्रह का 17वां दिन: जल सत्याग्रहियों की जिंदगी दांव पर!!11!!
जल सत्याग्रह आंदोलन के समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000 लोग घोघल गांव में ही जम गए हैं. कुल 51 पुरुष और महिलाएं जल सत्याग्रह कर रहे हैं और बाकी लोग उनका हौसला बढ़ा रहे हैं.जमीन से उखड़े लोग कितने असहाय है और प्रशासन कितना मदमस्त. इसका यह एक उदहारण है.?आम जनता के जीने मरने के सवालों के प्रति सारी सरकारें बहरी…
और पढ़े...
जल सत्याग्रह 13 वें दिन भी जारी, देश भर से समर्थन!!
जल सत्याग्रह का यह अनोखा आंदोलन अब काफी जोर पकड़ता जा रहा है और इनके समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000…
चुटका परमाणु संघर्ष तेज, राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग
मंडला जिले की हरी-भरी धरती के सुदूर इलाक़े में छोटा सा आदिवासी गांव है- चुटका। तीन साल पहले तक नारायनगंज तहसील…
किसानों की उपेक्षा की एक दास्तां यह भी
Published on 24 Jul-2012,
दैनिक भास्कर, डा. ए. के. अरुण
किसान और किसान आंदोलनों के साथ देश में स्थापित तंत्र का रवैया क्या है, इसकी एक मिसाल है मध्यप्रदेश का मुलताई कांड। वहां…
और पढ़े...