संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
.

राज्यवार रिपोर्टें

आदिवासी लडेंगे, पीछे नहीं हटेंगे

जंगसाय कोया गोंड आदिवासी हैं और सरगुजा के निवासी हैं। वे दसवीं के छात्र थे जब 2000 में अलग राज्य बना और ज़मीनों के अधिग्रहण ने रफ़्तार पकड़ी। इसी गहमागहमी के माहौल में वे भारत जन आंदोलन के संपर्क में आये। प्रो. बीडी शर्मा के विचार, व्यक्तित्व और जुझारूपन से इस क़दर प्रभावित हुए कि पढ़ाई छोड़ कर भारत जन आंदोलन के कार्यकर्ता के बतौर विभिन्न इलाक़ों में…
और पढ़े...

बर्बर पुलिसिया दमन के विरोध में मध्य प्रदेश भवन पर प्रदर्शन

मेधा पाटकर का छिन्दवाड़ा की जेल में भूख हड़ताल का दूसरा दिन आज भी नहीं सुनी सिटी मजिस्ट्रेड ने जमानत अर्जी, मेधा पाटकर व अन्य को अवैधानिक रूप से हिरासत में रखने के विरोध में जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर मध्य-प्रदेश भवन पर प्रदशर्न के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान ने अपना छिन्दवाड़ा में 7 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम रद्द किया…
और पढ़े...

लोकतंत्र रामलीला मैदान में कैद, छिंदवाडा में सरकारी-कारपोरेट राज

छिंदवाडा में सत्याग्रह पर बैठी मेधा पाटकरपिछले तीन दिनों में दिल्ली और छिंदवाडा पर एक साथ नज़र डालें तो यह साफ़ हो जाता है कि देश के सत्तावर्ग ने खुलकर कारपोरेट की ताकत के पक्ष में खड़े होने का फैसला कर लिया है. संविधान का लिहाज और बची-खुची आँख की शर्म भी धो डाली है. कल दिन में जब दिल्ली के रामलीला मैदान में भाड़े की भीड़ को संबोधित करते हुए देश की…
और पढ़े...

श्रम शक्ति की लूट के बग़ैर कोई मुनाफ़ा मुमकिन नहीं

सस्ते श्रम के दोहन से शुरू होता है लूट, भ्रष्टाचार और विस्थापन और जो अंतत: पूंजी और संसाधनों का केंद्रीयकरण करता…

बन्दूक की नोक पर विकास नहीं होगा….

छिंदवाड़ा में पुलिसिया दमन और गिरफ़्तारियों के बल पर किसान आन्दोलन को दबाने, और किसानों को उजाड़ने का विरोध…

मज़दूरों की सुरक्षा की आपराधिक अनदेखी

प्रगतिशील सीमेंट श्रमिक संघ के अध्यक्ष भगवती साहू उद्योग प्रभावित किसान संघ में भी सक्रिय हैं। अभी वह साढ़े तेरह महीने की जेल काट कर ज़मानत पर रिहा हुए हैं। बलौदा बाज़ार स्थित अंबुजा सीमेंट के प्रबंधन के इशारे पर उन्हें और उनके आठ साथियों पर फ़र्ज़ी मामले थोपे गये थे। यह सभी सीमेंट श्रमिकों के जुझारू नेता हैं। बाक़ी आठों साथी फ़िलहाल भूमिगत हैं। पिछले…
और पढ़े...