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राज्यवार रिपोर्टें
क्या न्यायपालिका आदिवासी विरोधी है?
15 जुलाई, 2012 को रिमझिम बारिस के बीच, सरकार के फरमान पर अपनी जमीन बचाने के लिए नगड़ी गांव के रैयत रांची के कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के सभागार में विराजमान हुए। यह विश्व विद्यालय भी उन्ही के बापदादो से जमीन छिनकर बनायी गयी है। सरकार अब उनका बचाखूचा जमीन भी विकास के नाम पर लूट कर उन्हें भूमिहीन, बेघर और लाचार बनाने पर तुली हुई है, जिसका…
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चुटका परमाणु बिजली संयंत्र विरोधी आंदोलन: संघर्ष की राह अभी लंबी है…
मंडला जिले की हरी-भरी धरती के सुदूर इलाक़े में छोटा सा आदिवासी गांव है- चुटका। तीन साल पहले तक नारायनगंज तहसील…
हरियाणा में किसानों ने परमाणु ऊर्जा को नकारा, फर्जी जनसुनवाई हुई बेनकाब
17 जुलाई को फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में आयोजित जनसुनवाई शुरू होने के चालीस मिनट के अंदर ही ग्रामीणों के…
भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान का आत्महत्या का प्रयास
फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान बदलू राम ने 13 जुलाई 2012 की शाम को कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। किसान बदलू राम को गंभीर हालत में फतेहाबाद स्थित सिवाच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डा. राजेंद्र शर्मा का कहना है कि बदलू राम की हालत अब ठीक है।
उल्लेखनीय है कि…
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विदेशी बाजे के शौक़ीन हमारे हुक़्मरान
डा. राजेंद्र प्रियदर्शी लखनऊ में रहते हैं और जाने-माने परमाणु भौतिकविद हैं। उन्होंने 1955 से 1960 तक स्टाकहोम…
पॉस्को परियोजना रद्द करो ! भारत को आजाद करो !
22 जून, 2012 को पॉस्को और सरकार के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के 7 वर्ष पूरे होने के मौके पर पॉस्को प्रतिरोध…
धीरेंद्र प्रताप सिंह की याद में संघर्ष उत्सव
प्रिय साथी,
आप जानते हैं कि अपने जुझारू और चिंतनशील साथी धीरेंद्र प्रताप सिंह अब हमारे बीच नहीं है, पिछली 24 अप्रैल को जौनपुर में उनका निधन हुआ था। साथी धीरेंद्र प्रताप जी का पूरा जीवन गरीबों-वंचितों के पक्ष में लड़ते हुए, न्याय और अधिकार से जुड़े सवालों से जूझते हुए गुज़रा। वह अपने लिए नहीं, बेहतर समाज के सपने के लिए जिए। पिछले दस सालों से वह विभिन्न…
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करछना पॉवर प्लांट का भूमि अधिग्रहण रद्द: इलाहाबाद हाई कोर्ट
हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल 2012 को करछना में प्रस्तावित जेपी ग्रुप के थर्मल पॉवर प्लांट के लिए भूमि का अधिग्रहण रद्द…
जेपी कंपनी को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की मिली सबसे बड़ी सजा
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने 4 मई 2012 को एक महत्वपूर्ण फैसले में जेपी कंपनी के बघेरी (नालागढ़) स्थित थर्मल पॉवर प्लांट को नष्ट करने के आदेश दिए हैं।
वहीं, जेपी कंपनी पर सौ करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। न्यायाधीश दीपक गुप्ता एवं न्यायाधीश संजय करोल की खंडपीठ ने कहा कि जेपी कंपनी ने सोलन जिले के बघेरी गांव में सीमेंट प्लांट झूठे दस्तावेजों…
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