संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
.

राज्यवार रिपोर्टें

हिमाचल प्रदेश के जनसंघर्ष: न्याय के लिए बढ़ते कदम

हिमाचल प्रदेश का भू-भाग अपनी पहचान एवं इतिहास के लिए एक राज्य के रूप में प्रशासनिक गठन की तारीख का मोहताज नहीं…

राजनीतिक दलों ने पोस्को हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की

ओडिशा में राजनीतिक दलों ने परादीप के पास पास्को इस्पात संयंत्र स्थल पर हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत के लिए…

सरकार, माफिया, कंपनी और ठेकेदारों का गठजोड़: पोस्को विरोधी आंदोलनकारियों पर…

14 दिसंबर, 2011 को दोपहर के लगभग 1.30 बजे 500 से ज्यादा हथियारबंद गुंडे माफिया डान बापी के नेतृत्व में पारादीप…

सर्वे टीम को वापस किया आदिवासी महिलाओं की एकजुटता ने

पश्चिम सिंहभूम (झारखण्ड) जिले के नोआमण्डी ग्राम पंचायत क्षेत्र के गांव से सरकारी सर्वे टीम को गांव की आदिवासी महिलाओं ने 30 जुलाई 2011 को वापस खदेड़ दिया। हुआ यूं कि गांव में कुछ सर्वे (भूमि का सर्वे) का काम करने के लिए एक सरकारी सर्वे टीम आ टपकी.... इस पंचायत के आसपास के क्षेत्रों में जिंदल-भूषण जैसी कम्पनियां सरकार की मदद से भूमि कब्जाने…
और पढ़े...

संवैधानिक प्रावधान लागू कराने की मांग भी सत्ता को स्वीकार नहीं : विधानसभा घेरने जा…

सत्ता की कथनी-करनी का गंभीर फर्क बार-बार सामने आता रहता है। भारतीय संविधान में आदिवासियों की विशष्टताओं को देखते…

विस्थापन और गैर बराबरी के खिलाफ जन-संसद एवं विरोध सभा का आयोजन

विस्थापन और गैर बराबरी के खिलाफ 23 मार्च 2012 को संसद मार्ग पर एक जन-संसद एवं विरोध सभा का आयोजन एन.ए.पी.एम. की तरफ से किया गया। सभा से पहले शहीद पार्क से एक जुलूस निकाला गया जो जंतर-मंतर पर आकर विरोध सभा में परिवर्तित हो गया। इस सभा को एन.बी.ए. की मेधा पाटकर, एन.ए.पी.एम. के संदीप पांडेय, प्रफुल्ल सामंत रा, लिंगराज आजाद, राजेन्द्र रवि,…
और पढ़े...