संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

बसेंगे चीते, उजड़ेंगे 37 आदिवासी गांव दूसरी बार

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा ब्लाक के वे 37 आदिवासी गांव दुबारा उजाड़े जायेंगे, जो आज से 45 साल पहले राणा प्रताप सागर बनाने के लिए उजाड़े गये आदिवासियों को बसने के लिए दिये गये थे। इस बार इनके विस्थापन का कारण है नेशनल पार्क की स्थापना। इन गांवों के निवासी दुबारा उजड़ने को तैयार नहीं हैं तथा अपने जमीन, घर, वन तथा अस्तित्व बचाने के…
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परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को रद्द करने की मांग, जापान की त्रासदी से सबक लेने का आह्वान

पश्चिम बंगाल के हरीपुर स्थित प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ संघर्षरत मछुआरों, नागरिकों तथा पर्यावरणविदों ने एक बार फिर से अपनी बैठकों, सभाओं तथा प्रतिरोध प्रदर्शनों के जरिये हरीपुर ही नहीं बल्कि सभी प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग दोहरायी है। हाल में जापान में आये भूकम्प, सुनामी तथा रेडियो एक्टिव…
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समर्थन में आया : शहीद भगत सिंह नौजवान सभा पंजाब-हरियाणा

23 जनवरी 2011 को फतेहाबाद जिले के ब्लाक रतिया में शहीद भगतसिंह नौजवान सभा, पंजाब-हरियाणा द्वारा एक सम्मेलन का…

किसान भागुराम को श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं, देश भर से जनसंगठनों के प्रतिनिधि

अनेक सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि किसान भागुराम को श्रद्धांजलि देने गोरखपुर पहुंच रहे हैं। आज़ादी…

भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन में किसान भागुराम शहीद

गोरखपुर गांव के किसान अपनी आजीविका के मुख्य साधन कृषि भूमि को बचाने और सरकार को भूमि अधिग्रहण के खिलाफ अपने मज़बूत इरादे जताने के लिए 7 किसान मरणासन्न हड़ताल पर बैठे। 7वें दिन 3 किसानों की हालत ख़राब हो गई। उन्हें अग्रोहा मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया। 28 दिसंबर 2010 को एक अनशनकारी किसान भागुराम की मृत्यु हो गई। किसान संघर्ष समिति ने अपनी फौरी…
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गोरखपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र विरोधी आंदोलन किसानों ने किया मिनी सचिवालय के सामने…

किसानों का प्रदर्शन: 31 मार्च 2011 फरवरी, मार्च 2011 के महीनों में भी जनसंपर्क, बैठकें जारी रहीं तथा 80 से…

आंध्र प्रदेश के किसानों ने भी तेज किया परमाणु संयंत्र का विरोध

हरियाणा के गोरखपुर तथा महाराष्ट्र के जैतापुर में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के विरोध की चिंगारी को जापान की त्रासदी…

श्रीकाकुलम में थर्मल पॉवर प्लांट के विरोध में संघर्ष पुलिस फायरिंग में 3 किसानों की मौत

श्रीकाकुलम में थर्मल पावर प्लांट के विरोध में खड़े गांव वालों, किसानों, मछुआरों के ऊपर आंध्र प्रदेश पुलिस ने जुलाई 2010 के बाद फरवरी 2011 में फिर से अपना दमनात्मक रुख दिखाया। आंध्र प्रदेश सरकार एवं पुलिस शायद यह सोच रखती है कि ‘विकास बंदूक की नोक से’ ही गुजर कर आता है, अतएव अपने जीवन, आजीविका एवं संसाधन को बचाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से क्रमिक…
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