संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

झारखण्ड में सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधनों के विरोध में जन संगठनों का जंतर मंतर पर प्रदर्शन

नई दिल्ली, 10 दिसम्बर 2016; झारखंड में सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधनों के विरोध में सीएनटी/एसपीटी एक्ट बचाओ आंदोलन, दिल्ली चेप्टर के बैनर तले आज जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। मोदी सरकार ने केंद्र में आने के तुरंत बाद से ही अपना कॉर्पोरेट समर्थक चरित्र साफ करना शुरु कर दिया था। देश में देशी-विदेशी कॉर्पोरेट के मुनाफे को बढ़ाने की राह में…
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बिहार : मानवाधिकार दिवस पर हक की मांग कर रहे भूमिहीन आंदोलनकारियों को नीतीश सरकार…

बिहार के भागलपुर जिले के डीएम कार्यालय पर 4 दिसम्बर से भूमिहीन दलित आवास के लिए जमीन की मांग को लेकर धरना दे…

महाराष्ट्र : गड़चिरौली में ग्रामसभाओं का ऐलान जीवन और संस्कृती बचाने के लिए जान…

महाराष्ट्र के गड़चिरौली जिले में जहां पर एक दर्जन से ज्यादा खदानें प्रस्तावित हैं। इन खदानों की वजह से उस इलाके…

बिहार : भागलपुर में भूमिहीन दलित आंदोलनकारियों पर बर्बर पुलिसिया दमन

-मुकेश कुमार बिहार के भागलपुर जिले के भूमिहीन दलित वास-आवास की गारंटी, जिन भूमिहीनों को जमीन का पर्चा कई दशक पहले दिया गया है, उनको जमीन पर दखल दिलाने, सरकारी व् भूदान की जमीन को दबंगों-सामन्तों के कब्ज से मुक्त कराते हुए भूमिहीनों में वितरित करने और डी बंदोपाध्याय आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर पिछले 4 दिनों से भागलपुर…
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बाड़मेर में चारागाह-तालाब-श्मशान की 400 बीघा जमीन विघुत सब स्टेशन के लिए आवंटित;…

राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर के कोरणा गांव की 400 बीघा गोचर (चारागाह) और तालाबों की जमीन को भाजपा…

झारखण्ड की भाजपा सरकार का एक और नया कारनामा :15 मिनट की जनसुनवाई में 1700 एकड़…

झारखण्ड के गोड्डा जिले के मोतिया गांव में अडानी पावर प्लांट को दी जा रही 1700 एकड़ जमीन के खिलाफ…

झारखण्ड : 12 साल से मुआवजे को तरस रहे ललमटिया के आदिवासी

-मणि भाई झारखण्ड के गोडा जिले के ललमटिया स्थित राजमहल कोयला खदान परियोजना के नाम पर जमीन देने वाले आदिवासी आज 12 साल से मुआवजे को तरस रहे हैं। गांव में न तो पीने का पानी है और न ही रहने को ठीक-ठाक आसियाना। मुख्य सड़क से 7-8 किलोमीटर वाले क्षेत्र में न तो यातायात का सुलभ साधन है न ही शिक्षा व्यवस्था। बदहाली का आलम ऐसा है कि कड़ाके की ठंढ में भी…
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भोपाल गैस त्रासदी के 32 वर्ष : हजारों जानों के कातिल डाउ कंपनी को फिर न्यौता दे आए…

2 दिसंबर 2016 को भोपाल गैस त्रास्दी को 32 साल पूरे हो गए। 1984 में इसी दिन मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित…

किसानों पर जुल्म बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : किसान संघर्ष समिति नवलगढ़

30 नवंबर को राजस्थान के झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील की काली ढाणी में प्रस्तावित सीमेंट फैक्ट्रियों…

सीएनटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ झारखण्ड बंद : कॉर्पोरेट लूट के खिलाफ जनता का संघर्ष जिंदाबाद

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में आने के बाद से ही भाजपा सरकार ने इस देश की समस्त प्राकृतिक संपदा को कॉर्पोरेट शक्तियों के हाथ सौंपने की मुहिम चला रखी है. नित नए कानून बनाकर या फिर पुराने कानूनों में संशोधन कर वह इस काम को अंजाम दे रही है. फिर वह चाहे केंद्र में हो या राज्य में. इसी क्रम में झारखंड में एक सदी से भी पुराने सीएनटी तथा…
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