संघर्ष के 61 दिन : शुक्लावास के किसानों को मिली अवैध खनन के विरुद्ध जीत
-कैलाश मीणा
जयपुर 24 जुलाई 2018; राजस्थान के जयपुर जिले के कोटपुतली तहसील के शुक्लावास गाँव के किसानों को धरने के 61वें दिन आंशिक सफलता मिली । एसडीएम सुरेश चौधरी, आबाकारी से एएसआई रमेशचंद, परिवहन विभाग से एस आई मुकेश कुमार, थाना प्रभारी प्रागपुरा से सुरेश चंद यादव, खनिज विभाग से सहायक खनिज अभियन्ता राकेश शेषमा सहित सभी विभाग के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे तथा धरनार्थियों से सभी मुद्दों पर विचार विमर्श करने के बाद छःसुत्रीय मांगो पर समझोता लिखा गया जिसमे सभी मांग वाजिब मानते हुए सभी कि पालना कि जाने पर समझोता हुआ तथा महीने मे एक समीक्षा मीटिंग धरना कमेटी के साथ उक्त सभी विभागों को साथ लेकर एसडीएम कि अध्यक्षता मे मिटिंग होना तय हुआ।
यदि समझोता पर अमल नही हुआ तो दुबारा महीने भर बाद धरना अनिश्चित कालीन दिया जायेगा तथा मकानो मे हुए नुकसान के लिए मुआवजा कि मांग कि गई जिसकी जाचं कर रिपोर्ट दि जायेगी ।एसडीएम महोदय ने कहा कि मेरे जाने के बाद जो भी अधिकारी आयेगा उसको यह काम करना पडेगा इस सीट को काम करना है ये हमारी डयूटी है जनहित हमारे लिए सबसे पहले बताया । धरने को बनवारीलाल शास्त्री, सुबेदार मूलचंद जाट करवास, राजेन्द्रसिंह मीना प्रभारी मीन सेना कोटपूतली ,सामाजिक कार्यकर्ता पूरण यादव लाडाकाबास, फकीरचंद महाशी ने धरने कि मांगो को लेकर अपनी बात रखी तथा धरना संयोजक ने स्पष्ट शब्दो मे कहा कि जो समझोता हुआ है उसकी पालना जरुरी होनी चाहिए।
महीने भर बाद समीक्षा मिटिंग पर कार्यवाही नही दिखाई तो हम फिर धरना शुरू कर देगे जनहित मे पीछे नही हटेगे। धरना पर करवास, बूचारा ,बस ई , खेलना, खडब , नारेहडा, कोटपूतली , बडनगर सहित तीनो गांवों के करीब चार सौ महीला पूरूष धरने पर मौजूद रहे जिसमे पवाना से मूलचन्द आर्य, जगदीश आर्य ,ग्यारसीलाल आर्य , अंणची देवी रावत , बनारसी देवी , भगोती देवी ,चम्पादेवी आर्य , प्रेमदेवी , मूर्ति कुमावत , रोशन लाल यादव ,श्री राम रावत , नत्थाराम पंच , शीशराम देवाराम रावत , शान्ती देवी , बादामी देवी , रमेशचंद यादव , ओपीबायला पावटा , रामस्वरूप जाट, भोजारामजाट, अशोक यादव , सतपाल इंसान , श्याम लाल यादव , जितेशचौहान , मंगलसिंह पिचाणी , सुरजाराम खेलना मौजूद रहे धरनासंयोजक राधेश्याम शुक्लाबास ने सभी धरना के समर्थकों का आभार जताया तथा सहयोग ओर साथ आगे भी बनाये रखने कि अपील के साथ धरना स्थगित किया गया।
पढ़िए समझौता –