संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

छत्तीसगढ़ : जानवर हो या इंसान भास्कर समूह के कृत्यों से सभी हो रहे हैं मौत का शिकार

छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के बरादरहा तुन्द्री में डी.बी पावर (भास्कर समूह) प्लांट कम्पनी ने खुले में राखड (ऐश ) डंप कर दिया है, जिससे जानवर उसमें गिर कर मर रहे हैं, आसपास के गांवों के लिये आना जाना मुश्किल हो गया हैं.

ग्रामीणों ने कई बार कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया लेकिन न कम्पनी ने कोई कार्यवाही की औऱ न प्रशाशन ने ही कुछ किया.
ग्रामीणों ने तय किया है कि अब वे इसकी शिकायत राज्य और केन्द्रीय प्रदूषण मण्डल और एनजीटी से करेंगे. कोई भी कम्पनी किसी भी कीमत पर खुले में फ्लाई ऐश नहीं छोड़ सकते हैं.

गौरतलब है कि डी.बी पावर प्लांट की मदर कंपनी भास्कर समूह के दैनिक अखबार, दैनिक भास्कर, के मुख्य संपादक कल्पेश याग्निक ने 13 जुलाई 2018 को अपने कार्यालय में आत्महत्या कर ली । भास्कर समूह ने इस आत्महत्या को दिल का दौरा बताकर छुपाने की कोशिश की है। हम आपके साथ डी.बी पावर प्लांट द्वारा डंप की जा रही ऐश पर आलोक शुक्ला की टिप्पणी साझा कर रहे है;

रमन राज में कंपनियां इतनी ज्यादा निरंकुश हो चुकी हैं कि उन्हें न तो किसी कानून का भय हैं और न ही पर्यावरण और जीवन पर बढ़ रहे खतरों की चिंता। जांजगीर जिले के ग्राम तुण्डरी में डी बी पॉवर प्लांट के दुवारा डंप की गई फ्लाई ऐश। प्रदेश में बिना किसी योजना और जरूरत के लगाए गए पावर प्लांट और उनसे निकलने वाली फ्लाई ऐश की समस्या अत्यंत गंभीर बनती जा रही हैं। पर्यावरण संरक्षण मंडल को पता हैं कि कंपनियां अवैध और मनमाने ढंग से फ्लाई ऐश डंप कर रही हैं लेकिन कार्यवाही में सिर्फ खानापूर्ति होती हैं। यदि कोई प्रभावित व्यक्ति इन कंपनियों के खिलाफ आवाज उठाये तो पूरा शासकीय तंत्र लग जाता हैं उसके दमन में।

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