संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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जमीन की लूट

जमीन की लूट का अंतहीन इतिहास

भारत में सार्वजनिक जमीन की सरकारी लूट का संस्थानीकरण प्रांरभ हुए 500 वर्षों से ज्यादा हो गए हैं। यह सिलसिला आज भी न केवल बदस्तूर जारी है बल्कि अब तो इसमें लाभार्थी के रूप में निजी क्षेत्र भी जुड़ गया है। जमीन के लूट की परंपरा का ब्रिटिश काल से वर्तमान तक के सफर की छानबीन करता अनुराग मोदी का सप्रेस से साभार महत्वपूर्ण आलेख; नरेन्द्र मोदी…
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