बिहार में निर्णायक संघर्ष का आगाज़: जहां गंगा सफाई न्याय और लोकतंत्र का मुद्दा है
गोमुख से लेकर गंगासागर तक 2525 किलोमीटर के नदीपथ के दोनों ओर स्थित जनपदों की जलदात्री एवं पवित्र जलवाली गंगा का जल पूरी तरह से प्रदूषण हो गया है। बिहार में अस्सी के दशक में गंगा को जलकर जमींदारों से मुक्ति करवाया गया था और अब यही से गंगा -प्रदूषण मुक्त के सवाल पर निर्णायक लड़ाई का आगाज हुआ। पेश है कुमार कृष्णन की रिपोर्ट;
‘‘अब तक हमने…
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