चम्पारण सत्याग्रह : एक शताब्दी का सफर
जिन मूल्यों को लेकर महात्मा गांधी ने चम्पारण से भारत में अपने अभियान की शुरुआत की थी तथा किसानों की समस्याओं को पहली बार केंद्र में लाने का प्रयास किया था, उसे पूरी एक शताब्दी हो चुकी है। आज देश का किसान बदहाल है और लाखों किसान आत्महत्या कर चुके हैं और यह सिलसिला (प्रतिदिन) बदस्तूर जारी है। क्या इस वर्ष हम पुन: गांधी के नजरिए से किसान समस्या…
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