जनद्रोही क़ानूनों और राज्य दमन के ख़िलाफ़ लखनऊ में सात दिवसीय साझा दस्तक
इक़बालिया बयान पूरे होशो-हवास में और बिना किसी दबाव के हम एलान करते हैं कि हां, हम भी देशद्रोही हैं और हमें इस पर गर्व है। सरकार चाहे तो हमें गिरफ़्तार करे, जेल में ठूंसें, मुक़दमा ठोंके और जज साहेबान बामशक़्क़्त उम्र क़ैद की सज़ा सुनायें।
साथियों,
हम सफ़ाई नहीं देना चाहते। जिरह करना चाहते हैं कि यह देश आख़िर किसका है? कारपोरेट घरानों…
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