संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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दिसम्बर 2011

चारागाह भूमि रक्षा: संघर्षरत लोगों का दमन, कैलाश मीना की फिर से गिरफ्तारी

राजस्थान के सीकर जिले की नीम का थाना तहसील की डाबला पंचायत की चारागाह भूमि की रक्षा का संघर्ष अप्रैल 2011 से लगातार स्थानीय लोगों द्वारा चलाया जा रहा है। वास्तव में इस चारागाह भूमि पर खनन कंपनियों एवं स्टोन क्रशर्स के कारोबारियों की सुविधा के लिए सरकार रोड बनाने पर आमादा है। स्थानीय लोग पत्थर की खदानों, खनन क्रियाकलापों के विरूद्ध अपनी चारागाह की…
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प्राकृतिक संपदा पर परंपरागत रूप में आश्रित समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए…

16 दिसंबर 2011 को मावलंकर हाल नयी दिल्ली में ‘प्राकृतिक संपदा पर अपनी आजीविका के लिए आश्रित परंपरागत समुदायों के…

18 राज्यों के हजारों आदिवासियों ने मांगा अपना वनाधिकार

आदिवासियों को अपने ही घर, जल, जमीन, जंगल से बेदखल किए जाने के खिलाफ देश के 18 राज्यों से आए हजारों आदिवासियों ने 15 दिसंबर 2011 को जन वनाधिकार रैली निकाली। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। आंदोलनकारियों ने वनवासियों व आदिवासियों के अधिकार देने वाले कानून को तुरंत लागू करने की मांग की। यह कानून 15 दिसंबर 2006 को संसद में पारित हुआ था। देश…
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मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के दमन के विरूद्ध: राष्ट्रीय गठबंधन का गठन

सी.पी.एच.आर.डी. (कोएलिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ ह्यूमन राइट्स डेफेंडर्स) ने कार्य शुरू किया। दिल्ली में कार्यालय की…

परमाणु-विरोधी यात्रा : मदुरई-कूडनकुलम-चेन्नई, 10 से 14 नवम्बर, 2011

कूडनकुलम में चल रहे परमाणु-विरोधी आन्दोलन के समर्थन में देश-भर से आन्दोलनकर्मियों, परमाणु- विरोधी वैज्ञानिकों और…

भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का विशाल धरना, 490 दिन से जारी है धरना

नवलगढ़ की भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति की ओर से 7 दिसंबर 2011 को नवलगढ़ में तहसील मुख्यालय पर विशाल धरना आयोजित किया गया। इस धरने से पूर्व संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने टीम बनाकर क्षेत्र में किसान जागरण अभियान चलाया। प्रभावित 18 गांवों का दौरा कर नुक्कड़ सभाएं आयोजित की गईं। इन नुक्कड़ सभाओं में किसानों व क्षेत्र की जनता पर पड़ने वाले…
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नवलगढ़ के 16 गांवों में तीन सीमेंट इकाईयां लगाने संबंधी करार (एम.ओ.यू.) को रद्द…

5-6 नवंबर, 2011 को नवलगढ़ में शहीद भगतसिंह पुस्तकालय के सामने भूमि अधिग्रहण, विस्थापन व राजकीय दमन के खिलाफ…

करछना पावर प्लांट के विरोध में भूमि रक्षा हेतु संघर्ष: जोर आजमाइश जारी

पुलिस का फ्लैग मार्च: हवाई फायरिंग और मारपीट से भड़के किसान, अनशनकारियों को पीटा गया, पुलिस ने गांवों में घुसकर…

जहरीला पानी पीने से 15 दिन में 18 बच्चों की मौत जनसंघर्ष मोर्चा करेगा संघर्ष

मिर्जापुर, सोनभद्र, ओबरा, चुर्क आदि स्थानों पर विस्थापन पलायन की समस्या और गंभीर तो होती ही जा रही है, कनहर बांध परियोजना की तलवार भी दर्जनों गांवों पर लटकी है, परंतु पर्यावरण विनाश तथा जलस्रोतों के जहरीले होते जाने की समस्या से भी लोग अपनी जीवन लीला से वंचित होते जा रहे हैं। र्वा 2011 के नवंबर माह के शुरूआती 15 दिनों में 18 बच्चों की मौत की बात…
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