संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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वैकल्पिक ऊर्जा

परमाणु नहीं, सौर ऊर्जा चाहिए

विदेशी बाजे के शौक़ीन हमारे हुक़्मरान डा. राजेंद्र प्रियदर्शी लखनऊ में रहते हैं और जाने-माने परमाणु भौतिकविद हैं। उन्होंने 1955 से 1960 तक स्टाकहोम स्थित स्वीडेन के एटामिक एनर्जी स्टेब्लिशमेंट में शोध कार्य किया जिसे दुनिया के अग्रणी नाभिकीय शोध संस्थानों में गिना जाता है। वैज्ञानिक शोध के सिलसिले में वह जर्मनी और कनाड़ा में भी रहे। इसी दौरान…
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