अब ये लोग गोली चलायेंगे
फ़ाइल तस्वीर
छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा (छमुमो) के नेता शंकर गुहा नियोगी ने आजादी के बाद श्रमिक आंदोलन को नई ऊँचाइयां प्रदान की थी। उनकी दूरदर्शिता और राजनीतिक परिपक्वता उन्हें एक महत्वपूर्ण राजनीतिक चिंतक के रूप में भी स्थापित करती है। इसी परिपक्वता के चलते उन्होंने अपनी हत्या तक की सटीक भविष्यवाणी कर दी थी। 28 सितंबर 1991 को उनकी गोली मारकर हत्या…
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