क्या किसानों को तबाह कर के पूरी की जाएगी भारतमाला परियोजना?
प्रेमाराम सियाग
भारत माता की माला के मोती ही बिखर जाएं वो कैसी भारतमाला?
इस पूंजीवादी मॉडल की बेतरतीब योजनाओं में भारत की बुनियाद का तिनका-तिनका धरा पर बिखरता जा रहा है। किसान नेमत का नहीं बल्कि सत्ता की नीयत का मारा है। भारतमाला परियोजना के तहत बन रही सड़कें किसानों में बगावत के सुर पैदा कर रही हैं। इस योजना के तहत छह लेन का एक हाइवे गुजरात के…
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