उत्तराखण्ड : विनाश की बुनियाद पर हो रहा है बाँधों का निर्माण
-कमलेश जोशी
यदि आपसे पूछा जाए कि एक नदी की स्वाभाविक प्रकृति क्या है? तो निश्चित ही आपका जवाब होगा-अपने तयशुदा मार्ग पर बहना और निरंतर आगे बढ़ते रहना। हमने नदियों को हमेशा इसी रूप में देखा है।
उत्तराखंड में गंगा की सहायक नदियों में सबसे बड़ी नदी है अलकनंदा। सतोपंथ ग्लेशियर से निकलकर यह नदी विष्णु प्रयाग में धौलीगंगा से मिलती है, आगे बढ़ती हुई…
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