अनशन का 22वां दिन :76 मजदूरों की छंटनी के खिलाफ प्रतिभा सिंटेक्स कंपनी के मजदूर हड़ताल पर
10 दिन में बर्खास्त श्रमिकों को वापस नहीं लेने पर इंदौर कूच का ऐलान
8000 श्रमिकों ने निकाली 15 किलोमीटर लंबी रैली ।
प्रतिभा सिंटेक्स और एवटेक के श्रमिकों दिखाई ताकत
इंदौर 18 जुलाई 2018 को संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में प्रतिभा सिंटेक्स एवं एवटेक के बर्खास्त श्रमिकों को वापस लेने हेतु 15 किलोमीटर की पदयात्रा 8000 श्रमिकों द्वारा प्रतिभा सिंटेक्स से सागौर कुटी होकर आईसर चौराहा से सी सी पावर चौराहे से होकर विकास भवन तक की गई. पदयात्रा में 3 हजार से अधिक महिलाएं शामिल हुईं।
प्रतिभा सिंटेक्स, पीथमपुर में 22 दिन से भूख हड़ताल चल रही है, आज 8 हजार श्रमिक रैली निकाल रहे हैं। एवटेक के 41 श्रमिकों को निकाला गया है, वे भी साथ हैं। आज की रैली का समर्थन पीथमपुर के सभी श्रमिक संगठन कर रहे हैं। रैली का मकसद प्रतिभा सिंटेक्स से निकाले गए 76 श्रमिकों को वापस काम दिलाना और श्रम कांनूनो का पालन कराना है।
श्रमिकों की रैली 15 किलो मीटर लंबी थी। पदयात्रा का नेतृत्व पूर्व विधायक डॉक्टर सुनीलम एवं संयुक्त ट्रेड यूनियन के पदाधिकारी एडवोकेट विजय शर्मा, धर्मपाल अधिकारी, राजेश चौबे, उमेश नागर जी शैलेंद्र तिरोले जी राजेश सूर्यवंशी, रूपनारायण सुनहरे ,श्याम सुंदर सोनी,पी वी लॉईड के पाटिल जी ,बी एस चौधरी एवं प्रतिभा सिंटेक्स की कार्यकारिणी समिति से जितेंद्र रघुवंशी ,गणेश, सूर्यकांत जी , विष्णु प्रसाद, सुखदेव बघेल, अजय बाबा , सत्येंद्र रघुवंशी ,जफर भाई ,बहन गीता, बहन सविता एवं अन्य यूनियन पदाधिकारियों द्वारा किया गया.पदयात्रा में समाजवादी नेता रामबाबू अग्रवाल , रामस्वरूप मंत्री ,राजेन्द्र यादव ,उमाकांत मिश्र ,यूनियन नेता अमरदास ,दिनेश कुशवाह पदयात्रा का मूल उद्देश्य पीथमपुर में मजदूरों पर हो रहे शोषण की जानकारी पीतमपुर के आम नागरिकों तक पहुंचना तथा प्रतिभा सिंटेक्स एवं एवटेक में चल रहे अन्याय से रूबरू कराना तथा पदयात्रा के समय प्रमुखता से मज़दूर एकता जिंदाबाद, पीथमपुर के मजदूर एक हो, कौन बनाता हिंदुस्तान भारत का मजदूर किसान जैसे नारे लगाए गए अंत में रैली का समापन विकास भवन में किया गया जहां पर अनुविभागीय अधिकारी ,पीथमपुर एवं हेल्थ एंड सेफ्टी श्रम विभाग के पदाधिकारी के द्वारा ज्ञापन लिया गया और जल्द ही श्रम कानूनों को लागू करने का आश्वासन दिया गया.डॉक्टर सुनीलम द्वारा साफ शब्दों में प्रशासन को एवं सरकार को यह चेतावनी दी है कि यदि अगले 10 दिनों में आपके द्वारा श्रम कानूनों का पालन नहीं किया जाता है तो इंदौर का कूच कर श्रम आयुक्त को घेरा जाएगा ,जिसकी तारीख संचालन समिति सुश्री मेधा पाटकर जी के साथ तय करेगी।