बर्बर पुलिसिया दमन के विरोध में उड़ीसा भवन पर प्रदर्शन
दिल्ली के उड़ीसा भवन पर आज सामाजिक संगठनों, कार्यकर्त्ताओं और छात्र-नौजवानों ने जगतसिंहपुर में पोस्को कम्पनी का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर चल रहे बर्बर पुलिसिया दमन और किसानों की जबरन भूमि कब्जाने की सरकारी नीति के विरोध में प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में संदीप ने कहा कि उड़ीसा पुलिस द्वारा 3 फ़रवरी, 2013 को सुबह के लगभग 4 बजे 12 प्लाटूनों ने नुआगांव में पोस्को संयंत्र का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों पर हमला बोल दिया गया. इस कतिलाना हमले में कई महिला-बच्चें-बुजर्ग घायल हुए हैं. विजय प्रताप, असलम, संजीव कुमार, मधुरेश आदि वक्तओं ने बर्बर पुलिसिया दमन का विरोध करते हुए मांग कि, की दोषी अधिकारियों के विरोध में कठोर कार्यवाही हो, गिरफ्तार किसानों को तत्काल रिहा किया जाय. साथ ही, किसानों की जबरन कब्जा कि जा रही ज़मीन पर रोक लगाई जाये.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उड़ीसा के गोविन्दपुर में विस्थापन के खिलाफ शुरू हुए प्रतिरोध आंदोलन में पोस्को प्रतिरोध संग्राम समिति के 6 सदस्यों सहित पोस्को स्टील प्लांट का विरोध कर रहे दो हज़ार ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा 230 फर्जी मुकदमे दायर कर दिए गए हैं. वहीं सरकार ने पुलिस के बल पर आठ जनवरी से जबरन भूमि-अधिग्रहण के आदेश दे दिए हैं जबकि इस परियोजना के लिए जारी पर्यावरणीय मंजूरी 30 मार्च 2012 को ही निरस्त हो चुकी है और MoU का नवीनीकरण भी नहीं हुआ है. ऐसे में, 700 एकड़ वन-भूमि का जबरिया अधिग्रहण पूरी तरह गैर-कानूनी है.