जाम्बिया से भारत तक वेंदाता कम्पनी के खिलाफ प्रदर्शन; देखें विडियो
5 अगस्त को 2016 को ब्रिटिश माइनिंग कंपनी वेदांता रिसोर्सेस की वार्षिक जनरल मीटिंग के विरोध में भारत जांबिया और लंदन के कुछ स्थानों पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए गए।
भारत के उड़ीसा राज्य के दो जिलों झारसुगुड़ा और लांजिगढ़ (नियामगिरी) में लंबे समय से वहां की स्थानीय जनता वेंदाता कंपनी के वापस जाने की मांग कर रही है। झारसुगुढ़ा में चल रहे बॉक्साइट आपरेशन की वजह से वहां के आदिवासी संघर्षरत हैं। उनका कहना है कि इस ऑपरेशन की वजह से उनका पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है तथा प्लांट के लिए हो रहे भूमि अधिग्रहण की वजह से वहां पर बड़ी संख्या में आदिवासी विस्थापित हो रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ लांजीगढ़ (नियामगिरी) के आदिवासी जनसमुदाय के लोगों का कहना है कि उनके द्वारा किए जा रहे विरोध की वजह से पुलिस नक्सलवाद का नाम लेकर लगातार उनका दमन-उत्पीड़न कर रही है।
वेदांता कंपनी की वजह से हो रहे पर्यावर्ण विनाश तथा विस्थापन से आक्रोशित भारत तथा जांबिया के लाखों किसानों, दलित आदिवासियों ने 5 अगस्त को जगह-जगह पर बड़े-बड़े प्रदर्शन आयोजित किए।
भारत की राजधानी दिल्ली में बिरसा-अम्बेडकर फुले छात्र संघ ने भी बड़े पैमाने पर छात्रों का विरोद प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों की मुख्य मांग वेंदाता कंपनी को अपने-अपने देशों से हटाया जाना थी।