मारो-मारो, पकड़ो-पकड़ो की आवाज़ आने लगी है….टीवी के इतिहास में यह प्राइम टाइम हमेशा याद रखा जाएगा ! जरूर देखिए !
डिबेट से जवाबदेही तय होती है, लेकिन जवाबदेही के नाम पर अब निशानदेही हो रही है। टारगेट किया जा रहा है। इस डिबेट का आगमन हुआ था मुद्दों पर समझ साफ करने के लिए, लेकिन जल्दी ही डिबेट जनमत की मौत का खेल बन गया। देखिए प्राइम टाइम में ये खास रिपोर्ट…