छत्तीसगढ़ : मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन
रायपुर 05/07/2018. भांगर जन आंदोलन सहायक समिति, छत्तीसगढ़ के नेतृत्व में 05 जुलाई को राजीव चौक, मोतीबाग, रायपुर में राजकीय दमन और हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस सिलसिले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केशरी नाथ त्रिपाठी के नाम पर एक ज्ञापन छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को दिया गया। पश्चिम बंगाल के भांगर में पावर ग्रीड परियोजना के विरोध में ’’जमीन जीविका पर्यावरण और पारिस्थ्तिकी रक्षा समिति’’ के नेतृत्व में जारी भांगर जन आंदोलन के नेता कॉमरेड अलिक चक्रवर्ती को 31 मई 2018 कलिंगा अस्पताल भुवेनश्वर (उड़ीसा) से ईलाज करवाने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। इसी प्रकार महाराष्ट्र में जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एन.ए.पी.एम.) के गिरफ्तार दलित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं प्रोफेसर शोभा सेन, एडवोकेटे सुरेन्द्र गाडलिंग, सुधीर धावले, रोना विल्सन, महेश राऊत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। छत्तीसगढ़ में मजदूर-किसान आंदोलन, मानवाधिकार हनन के खिलाफ संघर्षरत पीयूसीएल की महासचिव एडव्होकेट सुधा भारद्वाज को रिपब्लिक टीवी के माध्यम से माओवादी, आतंकवादी के रूप में प्रचारित किया जा रहा है।
इस प्रकार पूरे देश भर में मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ, विस्थापन के खिलाफ, प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ संघर्ष करने वाले कार्यकर्ता यूएपीए, आफ्सपा, पोटा जैसे काले कानूनों का विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर झूठे मामलों में जेल भेज दिया जा रहा है और माओवादी या आतंकवादी कहकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है जो राजकीय दमन व हिंसा का परिचायक है। केन्द्र एवं राज्य की सरकारें कॉर्पोरेट परस्त नीतियों को लागू करने में खुलेआम मानवअधिकारों का हनन कर रही हैं।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रगतिशील, जनवादी ताकतों, पत्रकारों पर ये पहला हमला नहीं है, इसके पूर्व नरेन्द्र दाभोलकर, गोविन्द पंसारे, प्रो. एम.एम. कलबुर्गी, गौरी लंकेश की हत्या कर दी गई। असंख्य लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों एवं जनवादी ताकतों पर आये दिन दमन, अत्याचार जारी है। पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिले के भांगर में जनविरोधी, प्रकृति विरोधी पावरग्रीड परियोजना के खिलाफ संघर्षरत कार्यकर्ताओं पर गोली चलाकर तीन लोगों की हत्या कर दिया गया। यूएपीए जैसे काले कानून लगाकर सैकड़ो लोगो को गिरफ्तार कर जेल में बन्द कर दिया गया। तमिलनाडु के तुत्तुकोड़ी में आंदोलनरत जनता पर गोली चलाकर एक दर्जन से भी ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्या किया है। हम पूरे देश भर में चल रहे जनआंदोलनों का समर्थन करते हैं और निर्दोष मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, जनआंदोलनकारियो को निःशर्त रिहा करने की मांग करते हैं।
कार्यक्रम में भाकपा (माले) रेड स्टार के राज्य सचिव कॉ. सौरा, छत्तीसगढ़ मुक्ति मजदूर कार्यकर्ता समिति के कलादास, कल्याण पटेल, लखन साहू, भाकपा (माले) लिबरेशन के राज्य सचिव विजेन्द्र तिवारी, कसम के राष्ट्रीय संयोजक तुहीन, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव कॉ. तेजराम विद्रोही, टी.यू.सी.आई. के राज्य सचिव कॉ. भारत भूषण, अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन (AIRWO) की राज्य संयोजक दीपा, क्रांतिकारी नौजवान भारत सभा (RYFI) के राज्य संयोजक गनपत, अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन (AIRSO) के राज्य संयोजक विनय ने अपनी बात रखी। कार्यक्रम में मजदूर, किसान, युवा, विद्यार्थी एवं जनसंगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। धरना प्रदर्शन में साथियों ने जनगीत भी प्रस्तुत किया।