किसान आंदोलन से एक बार फिर मुंह की खाई उद्योगपतियों ने : अल्ट्राटेक को लौटानी होगी 555 हेक्टेयर नवलगढ़ के किसानों को
राजस्थान पत्रिका के जयपुर संस्करण छपी एक खबर के अनुसार 20 सिंतबर को हुई मंत्रीमंडल की बैठक में सरकार ने अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान जिंक, बिनानी सीमेंट तथा तथा जिंदल शॉ को 3000 बीघा जमीन किसानों को वापस देने का शासनादेश जारी किया है। इस 3000 बीघा जमीन में 555 हेक्टेयर जमीन झुंझनु जिले के नवलगढ़ तहसील में बिड़ला की कंपनी अल्ट्राटेक द्वारा अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित है जिसके खिलाफ नवलगढ़ के किसान पिछले दस सालों से लगातार संघर्षरत हैं। राज्य सरकार का यह फैसला दस सालों से लड़ रहे किसानों के लिए एक बड़ी जीत है जो कि आने वाले समय में समस्त अधिग्रहित जमीन को वापस लेने की लड़ाई को और ऊर्जा देगा। प्रस्तुत है नवलगढ़ से कैप्टन दीप सिंह शेखावत की टिप्पणी;
नवलगढ के किसानों की एक जबरदस्त जीत। अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी को जो कि बसावा, मोहनवाड़ी,खिरोड़, तुर्काणी की 989 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर रही थी अब उसे उस ईलाके में खरीदी गई जमीन में से 555 हेक्टेयर जमीन वापिस किसानों को देनी होगी यानि प्रस्तावित 989 हेक्टेयर कि बजाए अब उसे 434 हेक्टर में ही सब्र करना होगा। ये किसानों की बहुत बडी जीत है। अभी तक ये कमेटी के अधीन विचारार्थ थी। कल कमेटी ने 555 हेक्टर जमीन छोड़ने व किसानों को वापिस लौटाने का फैसला लिया ।इस ईलाके के उन सभी किसान भाईयों व बहनों को बहुत बहुत मुबारकबाद जिन्होंने इस लडा़ई में अपना सक्रिय सहयोग पिछले 9 सालों से अदा कर रहे हैं।सभी सहयोगी दलों व लोगों को भी बहुत बहुत मुबारकबाद जिनके सहयोग से ये सब हो पा रहा है।अगर आगे भी इसी तरह से हम लोग मिलकर लडा़ई लड़ सके तो जीत निश्चित ही हमारी होगी। एक बात आपको याद दिलाना चाहता हूं कि अबकी बार हमें नवलगढ में उसी नेता को आगे लाना है जो किसानों के लिए काम करने का लिखित में वादा करता है।सिर्फ एक बार पार्टी,जाति,इलाके, आदि से उपर उठकर नवलगढ की राजनीति में हासिये पर चले गये किसान को प्राथमिकता पर लाना है??मुझपर भी कुछ लोग दबाव बना रहे हैं कि मैं न बोलूं। मुझे राजनीति से भी कुछ नहीं लेना क्योंकि मुझे कोई किसी तरह का चुनाव नहीं लड़ना।।ना मैं किसी पार्टी में हूं। मैं अपने जीवन के ये दिन किसान के चरणों में समर्पित करता हूँ।जिस किसान व जवान की वजह से देश सुरक्षित है व जीवत है। इन दोनों को सत् सत् प्रणाम।आंतरिक भावों से विभोर।