बादाम मजदूरों के जुझारू संघर्ष की शानदार जीत
25 जून, दिल्ली। करावल नगर क्षेत्र में करावल नगर मजदूर यूनियन के नेतृत्व में चल रही बादाम प्रसंस्करण उद्योग के मजदूरों की हड़ताल की 24 जून की शाम को शानदार जीत के रूप में समाप्ति हुई। यह हड़ताल 60 से अधिक बादाम प्रसंस्करण फैक्टरियों में चल रही थी आखिकार मजदूरों के जुझारू संघर्ष की वजह से हड़ताल के छठे दिन मालिक झुकने को मजबूर हुए।
यूनियन द्वारा उठाई गयी मुख्य माँगे मान ली गयी। हड़ताल की मुख्य मांग बादाम की छँटाई से सम्बन्धित थी, पहले छँटाई का रेट 1रुपया प्रति किलो के हिसाब से था, हड़ताल के बाद इसमें 100 प्रतिषत की वृद्धि हुई। इसके अलावा सभी फैक्टरियों में बेहतर कार्यपरिस्थितियां, हर साल 10प्रतिषत की बढोत्तरी, तथा हर माह समय पर भुगतान से लेकर यूनियन की मान्यता जैसी प्रमुख माँगे भी मान ली गई। कुल मिलकर हड़ताल सफल रही, और अन्त में मजदूरो ने रात 9 बजे पूरे इलाके में इस दुनिया की यही है रीत, संघर्ष करोगे मिलेगी जीत जैसे नारों के साथ विजय जुलूस निकालकर हड़ताल की औपचारिक समाप्ति की।
विरोध - प्रतिरोध
करावल नगर मजदूर यूनियन के सचिव नवीन ने कहा कि संघर्ष के जीतने का मुख्य कारण मजदूरों की इलाकाई आधार पर एकता ही है। क्योंकि अधिकतर बादाम फैक्टरियों में 40-50 तक मजदूर काम करते है, ऐसे में मजदूर अलग-अलग संघर्ष करते तो जीतना काफी मुष्किल था, इसलिए बादाम मजदूरों ने पूरे पेषे के मजदूरों की एकजुटता कायम की तथा अन्य फैक्टरी मजदूरों से लेकर भवन निमार्ण मजदूरों को संघर्ष मंे शामिल कर जीत को पुख्ता किया। वैसे भी करावल नगर मजदूर यूनियन एक इलाकाई यूनियन है, जिसमें हर पेषे के मजदूर शामिल हैं।
बिगुल मजदूर दस्ता के अजय ने कहा कि हर मजदूर संघर्ष की तरह इस संघर्ष में भी पुलिस, प्रषासन से लेकर इलाके के विधायक तक का रवैया भी नकारात्म ही रहा। मजदूरों ने यह संघर्ष केवल अपनी जुझारू एकता और सही नेतृत्व के बूते ही जीता है। हड़ताल के दौरान माहिला मजदूरों ने पहल कदमी और साहस के साथ काम किया और इस संघर्ष को जी के रूप में अन्तिम मन्जिल तक पहुँचाया।