नियमगिरि की जंग : कारपोरेट और राज्य सत्ता को कड़ी टक्कर
नियमगिरि का सवाल अपने आप में कोई स्वायत्त और स्वतंत्र सवाल नहीं है. यह बहुराष्ट्रीय कंपनी वेदांता के 40,000 करोड़ रुपये के निवेश का मामला है जिसमें अंतराष्ट्रीय पूंजी समेत सरकारों की इज्जत भी दांव पर लगी हुई है… देश में ऐसे सैकड़ों नियमगिरि हैं जहाँ बुनियादी विरोधाभास ग्लोबल पूंजी के हितों और स्थानीय संसाधनों पर मालिकाने के बिच हैं. नियमगिरि सिर्फ इस मामले में विशिष्ट हो गया है कि यहाँ आजादी के बाद पहली बार न्यायिक फैसले के आधार पर स्थानीय लोग विकास कि लकीर खिंच रहे हैं… 12 वीं ग्राम सभा के फैसले का जायजा लेने के बाद जरपा से लोटकर अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट;