आवास हक सत्याग्रह : सत्याग्रहियों का बारिश में भी संघर्ष जारी !
मुंबई | 7 जून 2015: अपने घर के आवास के हक को लेकर 11 सालों से संघर्ष कर रहे मंडाला के उजड़े हुए लोगों के सत्याग्रह का आज 13वा दिन था | वहीँ साकली उपोषण को आगे बढ़ाते हुए आज 10 लोग उपोषण पर बेठे | देर रात तेज़ बारिश होने के बावजूद भी सत्याग्रही अपनी जगह पर डटे रहें | सरकार की ओर से बात-चीत की कोई पहले नहीं होने पर आज सत्याग्रहियों से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा व उनसे मिलने का समय माँगा |
सत्याग्रह में विश्वास रखने वाले समर्थानकों का तांता लगा रहता है | इसी क्रम में आज समर्थन देते हुए श्री अनिल हेब्बार ने खाने की सामग्री दान दी व संघर्ष में साथी बने रहने का वादा किया | अपनी रोज़ी-रोटी छोड़े 2-3000 लोग लगातार सत्याग्रह पर बेठे रहते है व सत्याग्रह को बल देते है |
ज्ञात हो कि 26 मई को हज़ारों मंडला की बस्ती (जो की मुंबई क मानखुर्द क्षेत्र में उपस्थित है) के उजड़े हुए लोगो ने अपने आवास के हक को लेकर वरिष्ठ समाज सेविका सुश्री मेधा पाटकर के नेतृत्व में घर बचाओ-घर बनाओ आंदोलन द्वारा घर हक सत्याग्रह शुरू किया था | मंडाला की बस्ती 2004/5 की डेमोलिशन ड्राइव म तोड़ी गयी थी बिना किसी पुनर्वास के प्लान के | इस बस्ती में 5000 परिवार निवास करते थे | मंडला के उजड़े हुए लोगों ने दो बार घर बनाने की कोशिश की पर हाई कोर्ट का आर्डर होने के बाद भी बस्ती तोड़ दी गयी | सारे उजड़े हुए लोगों ने घर बचाओ-घर बनाओ आंदोलन के साथ अपने घर के हक के लिए संघर्ष करा |
केंद्र व राज्य सरकार द्वारा पहले BSUP के तहत और फिर राजीव आवास योजना के तहत बसाने का आश्वासन मिला | परन्तु सारे आश्वासन कागजों पर ही रहे आज तक | इस 11 साल के अन्याय को अब और नहीं झेलने की ठानते हुए मंडाला के उजड़े हुए लोगों ने ठाना है की वह अब अपनी ज़मीन पर रह कर ही संघर्ष करेंगे व यही पर अपना घर बसायेंगे |