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निजीकरण विरोधी आंदोलन
पानी के निजीकरण के खिलाफ कुंभ में जल संसद
कहा जाता है कि राजा भागीरथी अपने पुरखों को तारने के लिए हिमालय से गंगा बहा कर तीर्थराज प्रयाग लेकर आये थे। लाखों श्रद्धालु हर साल गंगा व जमुना के संगम तट पर मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं। पर आज के राजा इन नदियों का पानी कारपोरेट घरानों व विदेशी कम्पनियों को बेच रहे हैं। पानी का निजीकरण पानी पर लोगों के नियंत्रण का अधिकार छीन रहा है और उन्हें…
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एक बूँद पानी भी अभिजीत ग्रुप के प्लांट को नहीं देंगे : किसानों का ऐलान
बिहार के बाँका जिले में चन्दन नदी पर लक्ष्मीपुर (बौंसी प्रखण्ड) में केवल सिंचाई कार्य के लिए करीब 40 वर्ष पूर्व…
पानी के निजीकरण के खिलाफ बंगलुरू में रैली
पीपुल्स कैम्पेन फॉर राइट टू वाटर, कर्नाटक राज्य रायथा संघ एवं समया सैनिक दल ने मिलकर 28 फरवरी 2011 को कर्नाटक सरकार…