संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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पॉवर प्लांट

कूडनकुलम: बर्बर दमन के बीच जारी जनांदोलन को देश भर से समर्थन

कूडनकुलम में परमाणु-रिएक्टर के खिलाफ चल रहा आंदोलन निर्णायक दौर में पहुँच गया है. पिछले महीने की शुरुआत में परमाणु बिजलीघर के अंदर यूरेनियम ईंधन डालने की घोषणा के बाद आंदोलन तेज हुआ है और अदालती स्तर से लेकर देश भर में व्यापक जन-समर्थन जुटाने तक की पुरजोर कोशिश जारी है. मद्रास उच्च न्यायालय में रिएक्टर परियोजना को रोकने की अर्जी खारिज होने के…
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दुखयारे के दुःख को दुखयारा समझे

कुडमकुलम के परमाणु संयत्र विरोधी आंदोलन पर किये जा रहे दमन के खिलाफ रावत भाटा परमाणु संयत्र के…

कुडनकुलम में पुलिसिया दमन के खिलाफ देश भर में विरोध-प्रदर्शन

कुडनकुलम में आज सुबह दूसरे दिन भी जल सत्याग्रह जारी है. सरकार ने समुद्र में जला सत्याग्रह कर रहे मछुआरों पर नौसेना…

कूडनकुलम में शुरू हुआ जल सत्याग्रह

11 सितम्बर 2011 आज सुबह से तीन हज़ार आम लोग कूडनकुलम में समुद्र के पानी में 'जल सत्याग्रह' कर रहे हैं। परमाणु रिएक्टर परियोजना को खुद पर थोपे जाने और इसके खिलाफ चल रहे आन्दोलन के कार्यकर्त्ताओं पर बर्बर पुलिसिया दमन के विरोध में महिलाएं, बच्चे और साधारण मछुआरे इस सत्याग्रह में हिस्सा ले रहे हैं। उधर इस आन्दोलन के प्रमुख कार्यकर्त्ता…
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कूडनकुलम: रिएक्टर का धेराव कर रहे लोगों पर बर्बर लाठी चार्ज

कूडनकुलम से आ रही सूचना के मुताबिक़ वहाँ समुद्र और रिएक्टर के बीच प्रदर्शन पर जमे लोगों पर पुलिसिया दमन शुरू हो चुका…

करछना में किसानों की महापंचायत : जमीन नहीं देने का सकल्प दोहराया

इलाहाबाद के करछना तहसील के दस गाँवों के किसान 22 अगस्त को अपनी खेती की जमीन बचाने और पुलिल दमन के विरोध में सड़क पर उतरे. इन दस गांवो के किसानों की करीब 1800 एकड़ जमीन प्रदेश सरकार ने पॉवर प्लांट दे लिये तीन लाख रूपए प्रति बीघा के हिसाब से अधिग्रहित की थी. किसान शुरू से ही इसका विरोध कर रहे थे. मामला कोर्ट में पंहुचा. 13 अप्रैल 2012 को…
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परमाणु-ऊर्जा पर जन-सुनवाई: आमलोगों ने किया विनाश और दमन का विरोध

22 अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित परमाणु ऊर्जा पर जन-सुनवाई में सरकार की परमाणु ऊर्जा नीति की आलोचना की…

कूडानकूलम संयंत्र के खिलाफ धरने का एक वर्ष पूरा

पीपुल्स मूवमेंट एगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी के बैनर तले कूडानकूलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन…

चुटका परमाणु संघर्ष तेज, राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग

मंडला जिले की हरी-भरी धरती के सुदूर इलाक़े में छोटा सा आदिवासी गांव है- चुटका। तीन साल पहले तक नारायनगंज तहसील में ही इसे बहुत कम लोग जानते थे। आज यह गांव मंडला में ही नहीं, पूरे मध्य प्रदेश में जाना जाता है। राज्य के बाहर भी यह नाम यहां-वहां लोगों की ज़ुबान पर चढ़ने लगा है। उसकी इस शोहरत के पीछे कोई चमत्कारिक उपलब्धि नहीं है। सामने खड़ी…
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