संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

कूडानकूलम संयंत्र के खिलाफ धरने का एक वर्ष पूरा

पीपुल्स मूवमेंट एगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी के बैनर तले कूडानकूलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का कल 16 अगस्त को एक वर्ष पूरा हो गया। हालांकि परमाणु संयंत्र विरोधी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि भारत और रूस के सहयोग से चलने वाली इस परियोजना का विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक इसे रद्द नहीं किया जाता। पीएमएएनई के संयोजक एसपी उदयकुमार ने कहा, ”हम परमणु ऊर्जा के खिलाफ 1988 से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं हालांकि कूडालकूलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आज एक वर्ष पूरा हो गया। उन्होंने कहा, ”हमारा विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक इस परियोजना को रद्द नहीं किया जाता।
पीएमएएनई का गठन स्थानीय लोगों, छोटे कारोबारियों, मछुआरों, महिलाओं के सहयोग से किया गया है और परमाणु संयंत्र के खिलाफ यह संगठन अगस्त 2011 से विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस विषय में गतिरोध तोड़ने का प्रयास किया था और आंदोलन के नेताओं की चिंताओं को सुना था लेकिन उनकी ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति आंदोलनकारियों की चिंताओं को दूर करने में विफल रही थी। उदयकुमार ने कहा, ”हमारा मानना है कि परमाणु ऊर्जा हमारे लिए समृद्धि नहीं ला सकती है बल्कि खतरा लायेगी। हम कहते रहे हैं कि हमारा जीवन संकट में है।’’

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