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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
छत्तीसगढ़ : आदानी की खदान का वनभूमि डायवर्सन निरस्त होने के बावजूद 11 सितम्बर को जनसुनवाई की नौटंकी
देश आज उस मुहाने पर खड़ा है जहां या तो जंगल बचाने वाले आदिवासी बचेंगे, या जंगलराज लाने वाले कारपोरेट. देश का क़ानून और संविधान कारपोरेट हितों का अभयारण्य बन गया है. वनभूमि-हस्तांतरण को रोकने के लिए 2006 में क़ानून तो बना, लेकिन जब इसे लागू करने के लिए ज़रूरी राजनीतिक इच्छाशक्ति कंपनियों के आगे घुटने टेक देती हो तो झारखंड हो या ओडीसा या…
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नवलगढ़ व्यापर मंडल का बांगड़-बिरला सीमेंट प्लांटों के खिलाफ बंद का आह्वान; 29 अगस्त…
राजस्थान के झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील भवन के सामने किसान अपनी 72 हजार उपजाऊ जमीन बांगड़-बिरला से बचाने…
झारखण्ड : प्रस्तावित स्थानीय नीति में संसोधन और एसपीटी-सीएनटी एक्ट अध्यादेश रद्द…
-दीपक रंजीत
24 अगस्त 2016 को झारखंड की राजधानी रांची में विकास के नाम पर उद्योगों को जमीन उपलब्ध करवाने के…
छत्तीसगढ़ : टाउनशिप के विरोध में कलगांव के आदिवासियों ने दर्ज करवाई जिलाधिकारी को आपत्ति
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर के कांकेर जिले के कलगांव में राज्य सरकार भिलाई इस्पात संयत्र (बीएसपी) की टाउनशिप के लिए आदिवासियों की 17.750 हेक्टेयर जमीन जबरन हड़प रही है । स्थानीय आदिवासी इस जमीन पर खेती कर रहे है । कलगांव के आदिवासियों ने 24 अगस्त 2016 को कांकेर जिलाधिकारी को भूमि अधिग्रहण पर आपत्ति दर्ज कराई है । हम यहाँ आप से साझा कर रहे है…
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दुधवा नेशनल पार्क : 20 गांवों के आदिवासियों ने प्रशासन को भेजा चेतावनी नोटिस
24 अगस्त 2016 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा नेशनल पार्क व टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में बसे 20 गांवों…
झारखण्ड : भू-हड़प अध्यादेश के खिलाफ राजभवन का घेराव
झारखण्ड राज्य के गठन के बाद से अब तक राज्य सरकार ने देशी-विदेशी कंपनियों के साथ कुल 107 एमओयू किये। लेकिन यह…
आसाम : बीजेपी सरकार ने दलितों की 3800 हेक्टेयर जमीन बाबा रामदेव को दान में दी
असम में पहली बार भाजपा की सरकार बनते ही रामदेव के अच्छे दिन आ गए है, यहां की बीजेपी सरकार ने आसाम के चिरांग जिले में दलितों की 3800 हेक्टेयर जमीन रामदेव को फैक्ट्री लगाने के लिए तोहफे में दिया है। इसमें 400 हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है, बाकी 3400 हेक्टेयर पर लोग बसे हुए है. भाजपा सरकार ने पंतजलि को दी जाने वाली जमीन आवंटन से जुड़ी औपचारिकता भी पूरी…
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झारखण्ड : कोल्हान में संघर्ष तेज कने का संकल्प
झारखण्ड के जमशेदपुर में 21 अगस्त 2016 को ग्राम सभा सशक्तिकरण एवं जन संघर्षों की भावी रणनीति पर गांव गणराज्य…
छत्तीसगढ़ सरकार ने जबरन कलगांव के आदिवासियों पर बीएसपी टाउनशिप थोपी; विरोध में…
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर के कांकेर जिले के अंतागढ़ ब्लाक के कलगांव में राज्य सरकार भिलाई इस्पात संयत्र…
नवलगढ़ के किसानों ने फिर दौहराया एक इंच भी जमीन नहीं देने का नारा : बांगड़-बिरला सीमेंट प्लांटों के खिलाफ श्रम राज्य मंत्री को ज्ञापन
राजस्थान के झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील भवन के सामने किसान अपनी उपजाऊ जमीन बचाने के लिए 6 साल से घरने पर बैठे है। इन किसानों की 72 हजार बिघा ज़मीन नवलगढ़ में प्रस्तावित बांगड़-बिरला के सीमेंट प्लांटों में जा रही है। कई बार बंद, प्रदर्शन, रैली और धरने जैसे आयोजन कर सरकार को चेतावनी दे चुके किसानों ने एक बार फिर 22 अगस्त 2016 को श्रम राज्यमंत्री…
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