संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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उत्तर प्रदेश

भूमि की लूट और राज्य दमन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जनसंघर्ष भूमि अधिकार आंदोलन के तहत गोलबंद

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 12 अगस्त 2016 को गांधी भवन में भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले एक राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में लगभग 27 जनसंघर्षों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की। इन जनसंघर्षों ने सर्वसम्मति से तय किया कि उत्तर प्रदेश में भूमि अधिकार आंदोलन की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। इसके साथ ही 2…
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भूमि अधिकार आंदोलन, उत्तर प्रदेश की बैठक : 12 अगस्त 2016 गाँधी भवन, लखनऊ

साथियों जैसा की आपको मालूम है की गत 16 से 18 जुलाई 2016 को गुजरात के अहमदाबाद शहर में भूमि अधिकार आंदोलन की…

करछना के किसानों पर कहर जारी : 9 सितम्बर के दमन के बाद गांवों में मेधा पाटेकर का दौरा

पिछले वर्ष 2015 की 9 सितम्बर को उत्तर प्रदेश सरकार ने करछना में किसानों की जमीन हड़पने के लिए क्रूर पुलिसिया दमन किया। गांव के लोगों को मारा पीटा, जानलेवा हमला किया, बन्द घरों के अन्दर आंसू गैस के गोले छोड़े, रबड़ की गोलियों से हमला किया महिलाओं के साथ अभद्रता की और हाथ आये 42 लोगों को बिना किसी कसूर के जेल भेज दिया जिसमें 72 साल की बूढ़ी औरत से…
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को 9 माह से मुख्य सचिव की रिपोर्ट का इंतजार : करछना के…

गत वर्ष सितबंर महीने की 9 तारीख को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में करछना तहसील के कचरी गांव में ‘किसान कल्याण…

अफवाहों से बुंदेलखंड में नाकामी छुपाने की कोशिश

स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या से पस्त बुंदेलखंड से लोट कर…

मिट्टी खाकर पेट भरती “माता” : बुंदेलखंड भाग दो

स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या से पस्त बुंदेलखंड से लोट कर यह लम्बी रिपोर्ट लिखी है जिसे हम चार किस्तों में आपसे साझा करेगे. पेश है बुंदेलखंड की जमीनी हालत पर लिखी रिपोर्ट का दूसरा भाग; बारह साल से मिट्टी फांक कर खुद को एक जिंदा गठरी में तब्‍दील कर चुकी शकुन रायकवार की कहानी खेतों-गांवों…
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सूखा, अकाल और सरकारी उपेक्षा से मरते बुंदेलखंड के लोग : भाग एक

कॉपी में लिखी गई बातें स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या…

एनजीटी ने जेपी समूह को दी गई 2500 एकड़ वनभूमि का अधिग्रहण रद्द किया

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में वन भूमि हस्तांतरण मामले में प्रदेश की अखिलेश सरकार के बाद राष्ट्रीय हरित अधिकरण…

सामाजिक न्याय के लिए आवासीय भूमिहीनों को भूमि आबंटित करे सरकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चार करोड़ आवासीय भूमिहीन परिवार भूमिहीनता और आवासहीनता के कारण खराब जिंदगी जीने के लिए विवश है, उनको सामाजिक न्याय देने के लिए सरकार प्रदेष के आवासीय भूमिहीन परिवारों को 10 डिसिमल भूमि आबंटित करे। एकता परिषद जनसंगठन के द्वारा राज्य की राजधानी लखनऊ के गांधी भवन में 31 मार्च 2016 को आयोजित आवासीय भूमिहीन सम्मेलन के दौरान…
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