.
दिल्ली
लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ जन सम्मेलन – 25 जून 2016, कॉंस्टीश्यूशन क्लब, नई दिल्ली
p { margin-bottom: 0.25cm; direction: ltr; line-height: 120%; text-align: left; }
यह
आपातकाल है!
लोकतंत्र
पर हमले का विरोध करो!
जन
सम्मेलन के लिए आह्वान,
25 जून
2016
25
जून
1975 स्वतंत्र
भारत के इतिहास पर अंकित एक
शर्मनाक धब्बा है। यही वह दिन
था जब आपातकाल लगाकर हमारे
देश में लोकतंत्र को अधिकारिक
रूप से स्थगित कर दिया गया था।
आज
लगभग…
और पढ़े...
जल संकट : नदी जोड़ परियोजना से दूर नहीं होगा
बढ़ते जलसंकट से निपटने की प्रक्रिया में हड़बड़ी भविष्य के लिए खतरा पैदा कर सकती है। नदी जोड़ परियोजना अपने आप में…
9 अगस्त 2016 : भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पुरे होने के अवसर पर देश भर के जन…
प्रिय साथी,
जिंदाबाद!
आशा है आप 9 अगस्त 2016 को अगस्त क्रांति की याद में जनक्रांति दिवस मनाने के कार्यक्रम की…
श्री श्री यमुना विवाद : नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूलन के इतिहास में ऐसी दबंगई पहली बार
नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूलन (एनजीटी) के आदेश की अवमानना करना इस देश में कोई नई परिघटना नहीं है। अब तक न जाने कितने शासन-प्रशासन से लेकर निजी कंपनियों के उदाहरण हैं जहां एनजीटी के आदेशों की अवहेलना की गई है या फिर उनके पालन में कोताही बरती गई है। किंतु मार्च 2016 में श्री श्री रविशंकर द्वारा किए गए विश्व सांस्कृतिक उत्सव ने सारी हदें तोड़ दीं। नैशनल…
और पढ़े...
जल-हल-पदयात्रा : समझ, संकल्प और इक्छाशक्ती का अकाल – योगेन्द्र यादव
जल-हल-पद यात्रा के समापन पर योगेन्द्र यादव ने कहा –बुंदेलखंड में पशुओ के लिए चारा , पानी का संकट सरकार…
किसान क्रेडिट कार्ड : किसानों की लूट का कार्ड
-
बैंक के दलाल और बैंकमित्र दिलवाते है एक से अधिक बैंकों से कर्जा !!!
- तयशुदा कमीशन दीजिये और मनमाफिक कर्जा…
इसे सूखा नहीं, सामूहिक नरसंहार कहिए !
स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या से पस्त बुंदेलखंड से लोट कर यह लम्बी रिपोर्ट लिखी है जिसे हम चार किस्तों में आपसे साझा करेगे. पेश है बुंदेलखंड की जमीनी हालत पर लिखी रिपोर्ट का अंतिम चौथा भाग;
पहला भाग यहाँ पढ़े …
और पढ़े...
रमन सिंह के दमन के ख़िलाफ : 10 मई 2016 को जंतर-मंतर पर पत्रकारों का प्रदर्शन
पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले छत्तीसगढ़ के पत्रकारों द्वारा 10 मई 2016 को सुबह 10 बजे…
कोयला निगल सकता है भारत के जल स्रोतः ग्रीनपीस इंडिया
417 कोयला ब्लॉक अक्षत क्षेत्र में
नई दिल्ली। 5 अप्रैल 2016। एक तरफ भारत में लगातार सूखे की खबर सूर्खियों में…
जलविद्युत परियोजनाओं से जैवविविधता का विनाश
विश्व के तीन महाद्वीपों दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और एशिया की तीन विशाल उष्णकटिबंधीय नदियों क्रमशः अमेजान, कांगो एवं मेकांग पर बन रहे बांधों से विश्व की तकरीबन एक तिहाई मछलियों (मीठे जल) का विनाश हो जाएगा। इन तीनों नदियों पर 450 नए बांध प्रस्तावित हैं। भारत में उत्तराखंड में गंगा व उसकी सहायक नदियों में 200 के करीब बांध प्रस्तावित हैं।…
और पढ़े...