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दिल्ली
किसान आंदोलन : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई कमिटी के चारों मेंबर्स का सच
ये कैसी गजब बात है किसानों की रक्षा करने का दावा करने वाली सुप्रीम कोर्ट बिना किसान यूनियनों की इच्छा के उनपर जबरदस्ती कमिटी थोप रही है. वह भी ऐसी कमिटी जिसके चारों के चारों सदस्य पहले से कृषि कानूनों पर सरकार का समर्थन कर रहे हैं.
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सुप्रीम कोर्ट को शुक्रिया! लेकिन कमेटी हमें मंजूर नहीं : संयुक्त किसान मोर्चा
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाने के अलावा कमेटी की पेशकश की थी, जिसे किसानों ने ठुकरा दिया है
वार्ता बेनतीजा : AIKSCC ने की कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की अपील
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ केन्द्र सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। किसान संगठन जहां…
किसान आंदोलन का आठवां दिन : किसान विरोधी कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर किसान संगठनों का चेतावनी ज्ञापन पत्र
श्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री
भारत सरकार, नई दिल्ली
विषय:- भोपाल गैस कांड की 37 वी बरसी पर आयोजित कारपोरेट विरोध दिवस के अवसर किसान विरोधी कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर चेतावनी ज्ञापन पत्र।
माननीय महोदय
आप जानते ही हैं कि देश के किसानों द्वारा दिल्ली में 26-27 नवंबर से तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द कराने और बिजली बिल वापस…
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नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और एआईकेएससीसी के राष्ट्रीय वर्किंग ग्रुप के साथ ही राज्य स्तरीय…
किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में प्रतिरोध मार्च : 26-27 नवम्बर 2020…
कृषि क़ानूनों का विरोध
भारत बंद : नए कृषि कानूनों के खिलाफ फिर सड़कों पर उतरे किसान, 26-27 नवंबर 2020 को ‘दिल्ली चलो’ का ऐलान
नए कृषि कानूनों के विरोध में देश के कई हिस्सों में किसान सड़कों पर उतरकर रास्ता रोक रहे हैं
मोदी सरकार द्वारा लाये गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन देशभर में जारी है। पांच नवंबर को किसान देशव्यापी चक्का जाम कर रहे हैं। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के ऐलान पर महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश,…
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किसान संगठनों का 5 को चक्का जाम और 26-27 नवम्बर को दिल्ली चलो का आह्वान
5 नवम्बर 2020 को "देशव्यापी चक्का जाम" और 26-27 नवम्बर को "दिल्ली चलो" का किसान संगठनों का आह्वान मोदी सरकार के…
कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ देश भर के 250 किसान संगठनों ने किया 26-27 नवम्बर 2020…
दिल्ली 29 सितम्बर 2020। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समीति (एआईकेएससीसी) ने मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ…
पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन अधिसूचना 2020 : मोदी सरकार कॉरपोरेटस हित में पर्यावरण प्रभाव निर्धारण प्रकिया में बदलाव कर रही
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत देश में विभिन्न परियोजनाओं को पर्यावरण, वन एवं मौसम बदलाव मंत्रालय से पर्यावरणीय अनुमति (environmental clearance-EC/environmental permission-EP) लेनी होती है। यह अनुमति इसी क़ानून के तहत जारी किये गए पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन अधिसूचना (Environmental Impact Assessment-EIA Notification) के नियमों के अनुसार दी…
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