संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

जे.पी. थर्मल प्लांट बघेरी पर 100 करोड़ का जुर्माना

हिमाचल हाईकोर्ट ने जेपी एसोसिएट्स के बघेरी थर्मल संयंत्र पर एक अभूतपूर्व निर्णय दे कर यह आभास कराया है कि प्रदेश में संसाधनों की कॉरपोरेट लूट मची है और इस काम में यहां के राजनेता-अधिकारी बेशर्मी से शामिल हैं। हाईकोर्ट ने दूसरी बार इस परियोजना को वर्तमान मंत्रिमंडल से मिली मंजूरी पर भी सवाल उठाया। यह भी पिछले कुछ वर्षों में पहली बार हुआ है कि किसी…
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मध्य प्रदेश के जनसंघर्ष: आजीविका का सवाल

प्रदेश में 11 प्रमुख नदियाँ बहती हैं. यह नदियाँ कभी लोगों की खुशहाली का कारण होती थीं, लेकिन आज कंपनियों,…

चारागाह भूमि रक्षा: संघर्षरत लोगों का दमन, कैलाश मीना की फिर से गिरफ्तारी

राजस्थान के सीकर जिले की नीम का थाना तहसील की डाबला पंचायत की चारागाह भूमि की रक्षा का संघर्ष अप्रैल 2011 से…

प्राकृतिक संपदा पर परंपरागत रूप में आश्रित समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए ‘‘साझे हमलों के खिलाफ साझी पहल’’ का निर्णय

16 दिसंबर 2011 को मावलंकर हाल नयी दिल्ली में ‘प्राकृतिक संपदा पर अपनी आजीविका के लिए आश्रित परंपरागत समुदायों के संघर्षों के प्रतिनिधियों का एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करके राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष के एक ‘साझे मंच’ के निर्माण का निर्णय करते हुए इसका गठन किया गया। वास्तव में इस तरह के मंच के निर्माण की जरूरत काफी पहले से महसूस की जा रही थी।…
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18 राज्यों के हजारों आदिवासियों ने मांगा अपना वनाधिकार

आदिवासियों को अपने ही घर, जल, जमीन, जंगल से बेदखल किए जाने के खिलाफ देश के 18 राज्यों से आए हजारों आदिवासियों ने…

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के दमन के विरूद्ध: राष्ट्रीय गठबंधन का गठन

सी.पी.एच.आर.डी. (कोएलिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ ह्यूमन राइट्स डेफेंडर्स) ने कार्य शुरू किया। दिल्ली में कार्यालय की शुरूआत। दिल्ली में 19-20 नवंबर 2011 को ऐसे तमाम संगठनों के प्रतिनिधियों ने बैठक आयोजित करके एक लम्बी बहस के बाद राष्ट्रीय स्तर के एक ऐसे गठबंधन का निर्माण किया जो मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के दमन के विरूद्ध एक साझी पहल करे तथा…
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परमाणु-विरोधी यात्रा : मदुरई-कूडनकुलम-चेन्नई, 10 से 14 नवम्बर, 2011

कूडनकुलम में चल रहे परमाणु-विरोधी आन्दोलन के समर्थन में देश-भर से आन्दोलनकर्मियों, परमाणु- विरोधी वैज्ञानिकों और…

मजदूरों-किसानों की साझी पहल : सरकार ने घुटने टेके

भूमि अधिग्रहण का जबर्दस्त विरोध। किसानों, ग्रामीण मजदूरों को मुफ्त बिजली के वायदे से मुकरी सरकार। रोड, रेल जाम/गिरफ्तारियां/राज्य नियोजित दमन। किसान धीर सिंह की शहादत। 17 से ज्यादा किसान-मजदूर संगठनों ने बनाया साझा संघर्ष मोर्चा। भारत की खाद्यान्न जरूरतों की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंजाब के मजदूर किसान एकबार फिर से अपनी जिंदगी…
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