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राज्यवार रिपोर्टें
कचरा आधारित प्रस्तावित बिजली घर का पुरजोर विरोध
जनसुनवाई में भड़के किसान
30 सितम्बर, 2011 को जमशेर गांव, जालंधर (पंजाब) में कचरा आधारित बिजली घर की पर्यावरण स्वीकृति के लिए म्युनिसिपल कारपोरेशन, जालंधर द्वारा एक जन सुनवाई का आयोजन किया गया। इस जन सुनवाई में जमशेर गांव तथा इसके आस-पास के गांववालों ने इस प्रस्तावित बिजली घर का यह कहते हुए एक-स्वर में पुरजोर विरोध किया कि जहरीले कचरे के जलने से…
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जिंदल के लिए नए कायदे!
राजस्थान सरकार कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल के जिंदल समूह पर मेहरबानियों की बारिश कर रही है। सरकार ने कंपनी को…
भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का विशाल धरना, 490 दिन से जारी है धरना
नवलगढ़ की भूमि अधिग्रहण विरोधी संघर्ष समिति की ओर से 7 दिसंबर 2011 को नवलगढ़ में तहसील मुख्यालय पर विशाल धरना…
नवलगढ़ के 16 गांवों में तीन सीमेंट इकाईयां लगाने संबंधी करार (एम.ओ.यू.) को रद्द करने की मांग के समर्थन में
5-6 नवंबर, 2011 को नवलगढ़ में शहीद भगतसिंह पुस्तकालय के सामने भूमि अधिग्रहण, विस्थापन व राजकीय दमन के खिलाफ दो दिवसीय किसान सम्मेलन हुआ जिसमें राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से किसान-मजदूर संगठनों एवं नागरिक अधिकार संगठनों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की। सम्मेलन के दौरान सीमेंट फैक्ट्रियों के लिए नवलगढ़ के 18 गांवों में जबरन भूमि…
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कछुआ सेंचुरी विरोधी संघर्ष
पुलिस व किसानों में छापामार संघर्ष: लाठी चार्ज, हवाई फायरिंग के जवाब में पथरावपूर्वी उ.प्र. में गंगा…
करछना पावर प्लांट के विरोध में भूमि रक्षा हेतु संघर्ष: जोर आजमाइश जारी
पुलिस का फ्लैग मार्च: हवाई फायरिंग और मारपीट से भड़के किसान, अनशनकारियों को पीटा गया, पुलिस ने गांवों में घुसकर…
जहरीला पानी पीने से 15 दिन में 18 बच्चों की मौत जनसंघर्ष मोर्चा करेगा संघर्ष
मिर्जापुर, सोनभद्र, ओबरा, चुर्क आदि स्थानों पर विस्थापन पलायन की समस्या और गंभीर तो होती ही जा रही है, कनहर बांध परियोजना की तलवार भी दर्जनों गांवों पर लटकी है, परंतु पर्यावरण विनाश तथा जलस्रोतों के जहरीले होते जाने की समस्या से भी लोग अपनी जीवन लीला से वंचित होते जा रहे हैं। र्वा 2011 के नवंबर माह के शुरूआती 15 दिनों में 18 बच्चों की मौत की बात…
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‘गंगा एक्सप्रैस वे’ एवं ‘भूमि अधिग्रहण’ के खिलाफ 30 अक्टूबर से 16 नवम्बर तक ‘किसान…
उ. प्र. के किसानों ने अपनी जीविका, कृषि, भूमि की रक्षा के लिए जारी अपने संघर्ष को तेज करते हुए ‘गंगा एक्सप्रेस…
गांव बचाओ आंदोलन : धरना एवं भूख हड़ताल
उत्तर प्रदेश का गाजीपुर जिला जहां एक तरफ गंगा एक्सप्रेस वे विरोधी आंदोलन का केन्द्र बना हुआ है वहीं गंगा की…
पेंच-अदानी परियोजना रद्द करने की मांग को लेकर किसानों ने विधानसभा पर प्रदर्शन कर गिरतारियां दीं
24 नवंबर को म. प्र. विधानसभा के समक्ष किसान संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदेश भर से आये किसानों ने ‘बिजली कटौती बंद करो’, ‘खाद की कालाबाजारी बन्द करो’, ‘भू-अर्जन कार्यवाही बन्द करो’, ‘पेंच-अदानी परियोजना रद्द करो’, ‘जमीन हमारी आपकी, नहीं किसी के बाप की’ के नारे लगाते हुए शाहजहांनी पार्क से जुलूस निकाल कर विधानसभा पर प्रदर्शन किया।
लिली…
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